UPPSC Agriculture Syllabus 2024 In Hindi : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने कृषि सेवाओं के तहत विभिन्न पदों की भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म जारी किया था, जो भी उम्मीदवार इस फॉर्म का आवेदन किये है उस सभी उम्मीदवारों के मन मे परीक्षा के सिलेबस एयर एग्जाम पैटर्न को लेकर बहुत सारी बाते चल रही है।
यदि आप upsssc की कृषि पद का फॉर्म भरे है और आप परीक्षा बेहतरीन अंको के साथ पास करना चाहते है तो आपको UPPSC Agriculture Syllabus In Hindi और UPPSC Agriculture Exam Pattern के बारे में विस्तार से पता होना बहुत ही आवश्यक है।
यदि आप इस भर्ती में बेहतरीन अंक प्रदान करना चाहते है तो आपको नीचे दिए सिलेबस और परीक्षा पेटर्न के अनुसार तैयारी करनी चाहिए, साथ ही हम इस पोस्ट में नीचे की तरफ कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दिए जो आपके परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है आप उस जानकारी को जरूर पढ़े।
UPPSC Agriculture Syllabus In Hindi महत्वपूर्ण जानकारी
संस्था का नाम | उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) |
पोस्ट का नाम | ग्रुप ए – जिला बागवानी अधिकारी, ग्रुप 2 ग्रेड 1, प्रिंसिपल गवर्नमेंट फूड साइंस ट्रेनिंग सेंटर / फूड प्रोसेसिंग ऑफिसर, ग्रुप 2 सीनियर टेक्निकल असिस्टेंट ग्रुप ए – एग्रोनॉमी ब्रांच, बॉटनी ब्रांच, प्लांट प्रोटेक्शन, केमिस्ट्री ब्रांच, डेवलपमेंट ब्रांच. |
लेख का नाम | UPPSC Agriculture Services Syllabus In Hindi |
सलेक्सन प्रोसेस | प्री परीक्षा, मेंस परीक्षा, इंटरव्यू |
जॉब लोकेशन | उत्तर प्रदेश |
आधिकारिक वेबसाइट | uppsc.up.nic.in |
UPPSC Agriculture Exam pattern
यदि UPPSC के एग्रीकल्चर पद के लिए आवेदन किये हैं तो आपके लिए उसके परीक्षा पैटर्न के बारे में विस्तार से जानना बहुत ही आवश्यक है, नीचे की तरफ हम UPPSC एग्रीकल्चर परीक्षा पैटर्न के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिए हैं।
UPPSC कृषि सेवा परीक्षा में दो चरण होते हैं, यानी प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए न्यूनतम पासिंग अंक 35% है और अन्य जातियों के लिए यह 40% है।
UPPSC Agriculture Pre Exam Pattern
- प्री परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं।
- प्रत्येक प्रश्न समान अंक का होता है। परीक्षा कुल 300 अंकों की होती है।
- इस परीक्षा में प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.33 की नेगेटिव मार्किंग है।
- इस परीक्षा के लिए कुल 2 घंटे का समय दिया जाता है।
- चयन प्रक्रिया में केवल ग्रुप ए पदों के लिए तीन चरण की परीक्षा होती है प्रारंभिक, मुख्य लिखित परीक्षा और साक्षात्कार शामिल हैं। प्रारंभिक परीक्षा बहुविकल्प प्रकार की होती है जबकि मुख्य परीक्षा वर्णनात्मक(विस्तृत) प्रकार की होती है।
- यूपीपीएससी कृषि सेवा की मुख्य परीक्षा में एक वैकल्पिक विषय के लिए एक पेपर होगा, जो उम्मीदवार आवेदन प्रक्रिया के दौरान चुनें होंगे।
विषय का नाम | प्रश्नों की संख्या | कुल अंक | परीक्षा में मिलने वाला समय |
सामन्य ज्ञान | 40 | 100 | दोनों विषय के लिए 2 घण्टे (120 मिनट) का समय दिया जाता है। |
कृषि विषय से | 80 | 200 |
Mains Exam
- मेंस परीक्षा में प्रकृति से जुड़े डिस्क्रिप्टिव टाइप के प्रश्न आएंगे, जैसा कि नीचे की तरफ दिया गया है।
- परीक्षा में दो पेपर होते हैं। ये नीचे दी गई तालिका में विस्तृत हैं।
विषय का नाम | कुल अंक | परीक्षा का समय |
सामान्य हिंदी और निबंध | 100 | 2 घण्टे (120 मिनट) |
वैकल्पिक विषय | 200 | 3 घण्टे (180 मिनट) |
UPPSC Agriculture Syllabus 2024 In Hindi
UPPSC की प्रारंभिक परीक्षा में सभी पदों के लिए एक समान सिलेबस है जबकि प्रत्येक पद के लिए वैकल्पिक विषय सिलेबस अलग-अलग हैं। यदि आप सिलेबस के बारे में पूर्ण जानकारी लेना चाहते है तो नीचे दिए सिलेबस को ध्यान से पढ़े।
UPPSC Agriculture Pre Syllabus In Hindi
सामान्य ज्ञान
- रीजनिंग।
- अंकगणित।
- बीजगणित।
- ज्यामिति।
- सामान्य विज्ञान।
- भारत का इतिहास।
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन।
- भारतीय नीति, अर्थव्यवस्था और संस्कृति।
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम।
- पारिस्थितिकी और पर्यावरण।
- उत्तर प्रदेश की शिक्षा, संस्कृति, कृषि, उद्योग व्यापार, रहन-सहन और सामाजिक परंपराएं।
- भारतीय कृषि, वाणिज्य और व्यापार।
- भारत और उत्तर प्रदेश के भूगोल।
- भारत के प्राकृतिक संसाधन, इत्यादि।
कृषि
- फसल का वितरण और उत्पादन
- आवश्यक पौधे पोषक तत्व।
- सहजीवी और गैर-सहजीवी नाइट्रोजन निर्धारण।
- मृदा संरक्षण।
- सिंचाई और जल निकासी।
- खेत प्रबंधन।
- उत्तर प्रदेश के फसल तरीके
- सतत फसल उत्पादन
- मिट्टी की समस्या।
- जैविक खेती।
- कृषि अर्थव्यवस्था।
- कृषि विस्तार और कार्यक्रम।
- कृषि करने के यंत्र।
- आनुवंशिकता और भिन्नता।
- बीज संगठन।
- विज्ञान और कृषि का महत्व।
- प्रकाश संश्लेषण।
- जलवायु की आवश्यकताएं।
- रोग प्रबंधन।
- भारत में खाद्य उत्पादन और खपत में रुझान।
- महत्वपूर्ण अनाज, दलहन, तिलहन, रेशे और अन्य नकदी फसलों का उत्पादन।
- कृषि वानिकी और सामाजिक वानिकी।
- खरपतवार और उनका वर्गीकरण।
- भारतीय मिट्टी का वर्गीकरण।
- मिट्टी के घटक।
- फसल उत्पादन का वितरण प्रक्रिया, इत्यादि।
UPPSC Agriculture Mains Syllabus In Hindi
सामान्य हिंदी और निबंध
- कृषि और व्यापार
- विज्ञान और पर्यावरण
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्वपूर्ण घटनाएं।
- शब्दावली
- मुहावरे
- हिंदी से अंग्रेजी में अनुवाद करना और अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद करना।
- साहित्य और संस्कृति, इत्यादि।
जिला उद्यान
- एकीकृत प्रणाली के पोषक तत्व प्रबंधन।
- मानव पोषण में फलों और सब्जियों का महत्व।
- उत्तर प्रदेश और भारत के कृषि जलवायु क्षेत्र।
- कृषि मौसम।
- ग्लोबल वार्मिंग और इसके कारण।
- जैविक खेती की अवधारणा।
- फलों, सब्जियों की चिकित्सा खेती।
- रसोई एवं पोषण उद्यान की स्थापना।
- एकीकृत कृषि प्रणाली के कार्यक्षेत्र और महत्व।
- जैविक खेती फल और सब्जियां, इत्यादि।
खाद्य संरक्षण
- कैनिंग पाश्चराइजेशन की अवधारणा।
- खराब करने वाले कीटाणु।
- कृषि निर्यात क्षेत्र और औद्योगिक सहायता।
- फलों और सब्जियों के संरक्षण के सिद्धांत और तरीके।
- बागवानी फसलों का फसल प्रबंधन।
- जैम, जेली, कैंडी, अचार और संबंधित वस्तुओं की तैयारी।
- खाद्य पदार्थों की हैंडलिंग, ग्रेडिंग, पैकेजिंग का महत्व।
- फल, सब्जी और विटामिन की जानकारी।
वरिष्ठ तकनीकी सहायक (पौधा रक्षक)
- भारत में पौधे संरक्षण का इतिहास और महत्व।
- पादप रोग नियंत्रण के सिद्धांत।
- यूपी के संदर्भ में अनाज, फल और सब्जी फसलों के महत्वपूर्ण रोग के लक्षण, एटियलजि, संचरण और नियंत्रण, इत्यादि की जानकारी।
- यूपी में पौध संरक्षण के संगठन।
- कीट नियंत्रण का सिद्धांत।
- पोधों के संरक्षण के उपकरण।
- अनाज और दालों के भंडारण कीट।
- पौध संरक्षण का सामान्य सिद्धांत।
- सिद्धांत पादप संक्रमण और अलगाव के तरीके।
- फलों और सब्जियों के संरक्षण के सिद्धांत और तरीके।
- बागवानी फसलों का फसल प्रबंधन।
- जैम, जेली, कैंडी, अचार और संबंधित वस्तुओं की तैयारी।
- खाद्य पदार्थों की हैंडलिंग, ग्रेडिंग, पैकेजिंग का महत्व, इत्यादि।
वरिष्ठ तकनीकी सहायक (रसायन विज्ञान शाखा)
- सूक्ष्म जीव विज्ञान और पारिस्थितिकी।
- कृषि से संबंधित मृदा, वायु और जल प्रदूषण।
- प्रदूषण के स्रोत।
- मृदा संरक्षण और मृदा सर्वेक्षण।
- शुष्क भूमि कृषि।
- मिट्टी के भौतिक, रासायनिक और जैविक गुण।
- मिट्टी की उर्वरता के सिद्धांत।
- सूक्ष्म और स्थूल मिट्टी के पोषक तत्व।
- मृदा निर्माण की प्रक्रियाएं और कारक।
- पोषक तत्वों की उपलब्धता के स्रोत और रूप।
- मृदा
- संरक्षण सिंचाई, इत्यादि।
वरिष्ठ तकनीकी सहायक (वनस्पति विज्ञान शाखा)
- जैव प्रौद्योगिकी और कृषि में इसकी प्रासंगिकता।
- प्रोटीन संश्लेषण
- जैविक और अजैविक तनाव प्रतिरोध।
- आनुवंशिकी और पादप प्रजनन के ऐतिहासिक महत्व
- मेंडल के वंशानुक्रम के नियम
- वंशानुक्रम का गुणसूत्र सिद्धांत
- आनुवंशिक सामग्री की प्रकृति, संरचना
- उत्परिवर्तन के आणविक तंत्र,उद्देश्य, गतिविधि, पादप प्रजनन के महत्वपूर्ण उपलब्धियां।
- मृदा सर्वेक्षण और मृदा संरक्षण।
- शुष्क भूमि कृषि और शुष्क खेती के उपाय, इत्यादि।
वरिष्ठ तकनीकी सहायक (विकास शाखा)
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुपालन और डेयरी विकास की भूमिका
- पैकेज और व्यवहार
- अनाज, चावल, गेहूं, मक्का, ज्वार, बाजरा
- मौसम विज्ञान का महत्व, ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन के कारण, कृषि पर प्रभाव
- एकीकृत कृषि प्रणाली, कार्यक्षेत्र और महत्व
- सतत कृषि समस्याएं
- दालें, चना, मसूर, खेत मटर
- नकदी फसलें – गन्ना, आलू
- फल- आम, अमरूद, आंवला इत्यादि।
नोट– दोनों परीक्षा पास करने के बाद जीत पद में इंटरव्यू का प्रावधान है उस पद के लिए इंटरव्यू होता है इंटरव्यू कुल 50 अंकों का होता है।
UPPSC Agriculture Syllabus PDF download
यदि आप UPPSC Agriculture Syllabus PDF download करना चाहते है तो आप इस पीडीएफ को आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकतें हैं या नीचे दिए UPPSC Agriculture Syllabus PDF download लिंक से डाउनलोड कर सकतें हैं।
UPPSC Agriculture Officer salary
यदि आप UPPSC Agriculture salary के बारे में जनना चहते है तो हम आपको बता दे कि रुपये 34800 से 93000/ तक सैलरी मिलती है ग्रेड पे साथ 4600 के अनुसार वहीं, अब संशोधित वेतनमान 7 ग्रेड पे के अनुसार 44900-142400 रूपते तक मिलती है।
कुछ पदों का मूल वेतन 20000 से 40000 रूपये तक है सकल वेतन मूल वेतन का दुगुना होगा और राज्य सरकार द्वारा सभी भत्ते अलग से दिए जाएंगे।
जिस पद का ग्रेड पे 5400 है उन उम्मीदवारों को 15600-39100 रुपये तक सैलरी मिलती हैं।
UPPSC Agriculture की आधिकारिक वेबसाइट uppsc.up.nic.in है।
uppsc.up.nic.in के माध्यम से आप सिलेबस डाउनलोड कर सकतें हैं।
UPPSC Agriculture की सैलरी ग्रेड पे के अनुसार अलग अलग होती है उपर दिए पोस्ट में जानकारी दी गई है आप पढ़ सकतें हैं।
बीएससी (कृषि)/बी.एससी. (बागवानी)/बी. एससी (रसायन विज्ञान) या एम.एससी. (खाद्य प्रौद्योगिकी) / एमएससी, (खाद्य संरक्षण) / एम. एससी, (खाद्य विज्ञान) जिनके पास यह योग्यता है वो आवेदन कर सकतें हैं।
उपर दिए लिंक के जरिये आप पीडीएफ डाउनलोड कर सकतें है।
यूपीपीएससी कृषि सेवा परीक्षा की तैयारी कैसे करें
- यदि आप इस परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहते हैं तो आपका इस भर्ती के लिए एक स्पष्ट लक्ष्य होना चाहिए ताकि तैयारी के समय आपका मन न भटके आपको इस परीक्षा के प्रति एकाग्र रहना होगा।
- उसके बाद आपको इस भर्ती से जुड़े सिलेबस और एग्जाम पैटर्न की जानकारी भली भांति होनी चहिये।
- सिलेबस की जानकारी होने के बाद आपको पता होगा कि आपकी कौन सी विषय मजबूत है और कौन सी आसान जो विषय आपकी मजबूत है उसपर कम ध्यान दे और कमजोर विषय पर ज्यादा समय बिताएं ताकि वो विषय आपकी अच्छे से तैयार हो जाये परीक्षा तक।
- रोजाना पढ़ाई के लिए अपना समय निर्धारित करें -यदि परीक्षा में अच्छे अंक लाने हैं तो आपको एक उचित शेड्यूल की आवश्यकता है जो आपको बीच-बीच में ब्रेक लेने के लिए भी पर्याप्त समय दे। सुनिश्चित करें कि आप रोजाना पढ़ाई के लिए एक विशेष समय निर्धारित करते हैं।
- नियमित रिवीजन करें जो आपने पढ़ा है, रिवीजन के लिए आप अलसाप्ताहिक तरीके को आजमा सकतें है, एक सप्ताह तक पढ़े और फिर उसका रिवीजन करें।
यदि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी है ऐसी ही जानकारी के लिए आप Sarkari Examup पर विजिट करते रहें।