UPPSC Syllabus 2023 In Hindi: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने हाल ही में संयुक्त राज्य / अपर अधीनस्थ सेवा (PCS) के पदों पर भर्ती हेतु नोटिफिकेशन जारी किया हैं, जो भी उम्मीदवार UPPSC PCS के पदों पर भर्ती होना चाहते हैं उनको UPPSC Syllabus के बारे में विस्तार रूप ज्ञान होना जरूरी है।
इस लेख के माध्यम से हम आपको UPPSC PCS Syllabus 2023 In Hindi एवं UPPSC Exam Pattern की सम्पूर्ण जानकारी देने वाले हैं जो की इस आने वाली परीक्षा के लिए बहुत ही जरूरी और उपयोगी हैं।
UPPSC PCS Exam को पास करने के लिये सभी उम्मीदवारों को UPPSC Syllabus In Hindi 2023 का विस्तृत और संपूर्ण ज्ञान होना अति आवश्यक है। UPPSC PCS Syllabus की जानकारी के लिए उम्मीदवारों से अनुरोध है कि कृपया इस लेख को पूरा पढें और यूपीपीएससी पीसीएस सिलेबस 2023 और परीक्षा पैटर्न के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
UPPSC syllabus 2023 in hindi | विस्तृत विवरण
आयोग का नाम | उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग |
पद का नाम | संयुक्त राज्य / ऊपरी अधीनस्थ सेवाएं (PCS) |
चयन प्रक्रिया | प्री परीक्षा, मुख्य परीक्षा, साक्षात्कार |
परीक्षा मोड | ऑफ़लाइन |
नेगेटिव मार्किंग | 0.33 का होता है। |
परीक्षा का समय | 2 घंटे (120 मिनट) |
लेख का नाम | UPPSC Syllabus 2023 In Hindi |
श्रेणी | Syllabus |
आधिकारिक वेबसाइट | http://uppsc.up.nic.in/ |
UPPSC PCS Selection Process 2023 | चयन प्रक्रिया
UPPSC संयुक्त राज्य/ऊपरी अधीनस्थ सेवाएं (PCS) की परीक्षा 3 चरणों में आयोजित की जायेगी, प्रथम चरण में प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया जायेगा, प्रारंभिक परीक्षा में 2 पेपर होंगे, जो आवेदन किये सभी उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य है।
इस परीक्षा को पास करने के बाद उम्मीदवारों को मेंस परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा/एडमिट कार्ड जारी होंगे, यूपीपीएससी मेंस परीक्षा परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों को यूपीपीएससी भर्ती के अगले चरण इंटरव्यू परीक्षण के लिए बुलाया जाएगा, ये सभी प्रक्रिया पूर्ण करने वाले उम्मीदवारों का चयन यूपीपीएससी पीसीएस पद पर होगा।
यूपीपीएससी पीसीएस चयन प्रक्रिया निम्नलिखित 3 चरणों मे सम्पन्न होती है जो निम्नलिखित है-
- प्रारंभिक परीक्षा (बहुविकल्पीय)
- मेंस परीक्षा (लिखित परीक्षा/ डिस्क्रिप्टिव)
- इंटरव्यू परीक्षण (मौखिक परिक्षण)
UPPSC PCS Prelims Exam Pattern 2023 | प्रारंभिक परीक्षा पैटर्न
- यूपीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा ऑफ़लाइन मोड में आयोजित होती हैं।
- यूपीपीएससी परीक्षा (OMR) शीट ऑफलाइन मोड में अयोजिय होगी।
- यूपीपीएससी प्री परीक्षा में कुल 200 प्रश्न पूछे जाते है, जो बहुविकल्पीय प्रकार के होते हैं।
- UPPSC के प्रारंभिक परीक्षा में 2 पेपर होगा है और दोनों पेपर एक ही दिन होगा।
- यूपीपीएससी का प्रथम पेपर 150 नंबर का होता हैं और द्वितीय पेपर 100 नंबर का होता हैं।
- यूपीपीएससी के प्री परीक्षा में 0.33 या 1/3 अंक की नेगेटिव मार्किंग होती हैं।
- इस परीक्षा की समयावधि 3 घंटे (180 मिनट) होगी।
UPPSC प्रारंभिक परीक्षा विषय | कुल अंक |
प्रथम पेपर 1 – सामान्य अध्ययन I | 150 अंक |
द्वितीय पेपर 2 – सामान्य अध्ययन II | 100 अंक |
UPPSC Syllabus 2023 Mains Exam Pattern | मेंस परीक्षा पैटर्न
यदि आप यूपीपीएससी प्री परीक्षा को पास कर लेते हैं तो आपको आयोग द्वारा मेंस परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा, यूपीपीएससी मेंस परीक्षा में डिस्क्रिप्टिव टाइप के प्रश्न पूछे जाएंगे, मेंस पेपर में कुल 8 विषय होते हैं, यूपीपीएससी मैंस परीक्षा डिस्क्रिप्टिव टाइप/लिखित परीक्षा होती है।
नीचे की तरफ हम UPPSC Mains Exam Pattern के बारे में विस्तार से बताएं हैं, जिसको पढ़कर आप मेंस परीक्षा पैटर्न आसानी से समझ सकते है-
- यूपीपीएससी मेंस परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित होती हैं।
- यूपीपीएससी मेंस परीक्षा मोड पेपर + पेन आधारित होता है।
- यूपीपीएससी मेंस परीक्षा 1500 अंको की होती है।
- यूपीपीएससी मेंस परीक्षा में 8 विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं।
- यूपीपीएससी के इस परीक्षा का समय सुबह (9.30 AM से 12.30 PM) और दोपहर (2 PM से 5 PM) तक होता है।
- यूपीएससी मेंस परीक्षा में एक दिन में 2 पेपर देना होता है
नोट :- यूपीपीएससी सिलेबस 2023 के नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार, उम्मीदवारों को दी गई सूची में से अब केवल एक वैकल्पिक विषय में से (2 पेपर) का चयन करना होगा।
UPPSC मेंस परीक्षा | कुल अंक |
सामान्य हिंदी | 150 अंक |
निबंध | 150 अंक |
सामान्य अध्ययन I | 200 अंक |
सामान्य अध्ययन II | 200 अंक |
सामान्य अध्ययन III | 200 अंक |
सामान्य अध्ययन IV | 200 अंक |
वैकल्पिक विषय – पेपर 1 | 200 अंक |
वैकल्पिक विषय – पेपर 2 | 200 अंक |
UPPSC PCS Interview Pattern | इंटरव्यू परीक्षा
यूपीपीएससी पीसीएस मेंस परीक्षा पास करने के बाद आपको अंतिम चरण इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा, इंटरव्यू परीक्षा में भाग लेने के लिए आपको यूपीपीएससी पीसीएस प्री और मेंस परीक्षा पास करनी अनिवार्य है, इंटरव्यू संबंधित महत्वपूर्ण चरण नीचे की तरफ दीये गए हैं जिसको आप पढ़ सकते हैं।
- यूपीपीएससी परीक्षा का यह अंतिम दौर है जो उम्मीदवार मेंस परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके है उन उम्मीदवारों को इंटरव्यू परीक्षण के लिए बुलाया जाएगा।
- यूपीपीएससी परीक्षा का यह इंटरव्यू 100 अंकों का होगा।
- यूपीपीएससी इंटरव्यू परीक्षा बोर्ड द्वारा नियुक्त किया जाता हैं।
- इंटरव्यू का उद्देश्य सक्षम और निष्पक्ष पर्यवेक्षकों के एक बोर्ड द्वारा राज्य सेवाओं में कैरियर के लिए उम्मीदवारों की व्यक्तिगत उपयुक्तता की जांच करना हैं।
- इंटरव्यू परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों को अपने अकादमिक अध्ययन के अलावा, उम्मीदवारों को अपने राज्य या देश के भीतर और बाहर हो रहे मामलों के बारे में सम्पूर्ण रूप से पता होना चाहिए।
- यह इंटरव्यू परीक्षण उम्मीदवार के मानसिक गुणों और विश्लेषणात्मक क्षमता का पता लगाने के उद्देश्य से किया जाता है।
UPPSC इंटरव्यू | Personality Test/Interview व्यक्तित्व परीक्षण/इंटरव्यू | 100 अंक |
UPPSC Prelims Syllabus 2023 In Hindi | यूपीपीएससी प्रारंभिक सिलेबस
यूपीपीएससी संयुक्त राज्य/ऊपरी अधीनस्थ सेवाएं (PCS) परीक्षा सिलेबस सम्पूर्ण रूप से नीचे की तरफ दिया गया है जिसको फॉलो करके आप परीक्षा में ज्यादा स्कोर अर्जित कर सकतें हैं और सलेक्शन प्राप्त कर सकते हैं।
यूपीपीएससी पीसीएस परीक्षा में ज्यादा अंक प्राप्त करने के लिए नीचे दिए UPSSC Syllabus In Hindi 2023 के अनुसार अपनी तैयारी रोजाना नियमित रूप से करते रहे।
UPPSC Prelims Syllabus Paper I | प्रथम पेपर-1
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं– राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाओं पर, उम्मीदवारों से उनके बारे में ज्ञान की अपेक्षा की जाएगी।
- भारतीय इतिहास– प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक: इतिहास में भारतीय इतिहास के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक पहलुओं की व्यापक समझ पर जोर दिया जाना चाहिए।
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन– उम्मीदवारों से अपेक्षा की जाती है कि वे स्वतंत्रता आंदोलन की प्रकृति और चरित्र, राष्ट्रवाद की वृद्धि और स्वतंत्रता की प्राप्ति के बारे में एक संक्षिप्त दृष्टिकोण रखते हैं।
- भारतीय और विश्व भूगोल– भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक ज्ञान।
- आर्थिक भूगोल– विश्व भूगोल में केवल विषय की सामान्य समझ की उम्मीद की जाएगी। भारत के भूगोल पर प्रश्न भारत के भौतिक, सामाजिक और आर्थिक भूगोल से संबंधित होंगे।
- भारतीय शासन और राजनीति– इसमें भारतीय राजनीति, आर्थिक और संस्कृति का विवरण शामिल है, प्रश्न पंचायती राज और सामुदायिक विकास सहित देश की राजनीतिक व्यवस्था के ज्ञान का परीक्षण करेंगे, भारत में आर्थिक नीति की व्यापक विशेषताएं और भारतीय संस्कृति राजनीतिक प्रणाली, संविधान, सार्वजनिक नीति, पंचायती राज , अधिकारों के मुद्दे, आदि।
- सामाजिक और आर्थिक विकास– सतत विकास गरीबी समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल, आदि। पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे- जिन्हें विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है।
- पर्यावरण पारिस्थितिकी, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता– सामान्य मुद्दे जिन्हें विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है प्रश्न जनसंख्या, पर्यावरण और शहरीकरण के बीच समस्याओं और संबंधों के संबंध में होंगे।
- पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे– जिनके लिए विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है, उम्मीदवारों से विषय की सामान्य जागरूकता की अपेक्षा की जाती है।
UPPSC Prelims Syllabus Paper 2 | द्वितीय पेपर
- सामान्य अंग्रेजी (कक्षा 10वीं स्तर)
- सामान्य हिंदी (कक्षा 10वीं स्तर)
- प्रारंभिक गणित (कक्षा 10वीं स्तर–बीजगणित, सांख्यिकी,ज्यामिति और अंकगणित)
- रीजनिंग
- पारस्परिक कौशल (संचार कौशल सहित)
- विश्लेषणात्मक क्षमता और तार्किक तर्क
- दिक्कत दूर करना और निर्णय लेना
- सामान्य मानसिक क्षमता
UPPSC Syllabus 2023 Mains | मेंस सिलेबस
निबंध
यूपीपीएससी मेंस परीक्षा में निबंध के प्रश्न पत्र तीन भाग में होंगे। उम्मीदवारों को प्रत्येक भाग से एक विषय का चयन करना होगा और उन्हें प्रत्येक विषय पर 700 शब्दों में एक-एक निबंध लिखना होगा। तीन भागो में, निबंध के विषय निम्नलिखित क्षेत्र पर आधारित होंगे।
- भाग-1 : साहित्य और संस्कृति, सामाजिक क्षेत्र, राजनीतिक क्षेत्र।
- भाग-2 : विज्ञान, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी, आर्थिक क्षेत्र कृषि, उद्योग और व्यापार।
- भाग-3 : राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाएं, प्राकृतिक आपदाएं, भूस्खलन, भूकंप, जलप्रलय, सूखा, आदि राष्ट्रीय विकास कार्यक्रम और परियोजनाएं।
(सामान्य अध्ययन – I)
- भारतीय समाज और संस्कृति की मुख्य विशेषताएं।
- समाज और महिला संगठन में महिलाओं की भूमिका, जनसंख्या और संबंधित मुद्दे, गरीबी और विकासात्मक मुद्दे, शहरीकरण, उनकी समस्याएं और उनके उपचार।
- उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण का अर्थ और अर्थव्यवस्था, राजनीति और सामाजिक संरचना पर उनके प्रभाव।
- सामाजिक सशक्तिकरण, सांप्रदायिकता, क्षेत्रवाद और धर्मनिरपेक्षता।
- भारत के विशेष संदर्भ में दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के संदर्भ में विश्व के प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों- जल, मिट्टी, वन का वितरण।
- उद्योगों की अवस्थिति के लिए उत्तरदायी कारक (भारत के विशेष संदर्भ में)।
- भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएं- भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी गतिविधि, चक्रवात, महासागरीय धाराएं, हवाएं और हिमनद।
- भारत के समुद्री संसाधन और उनकी क्षमता।
- भारत पर ध्यान देने के साथ विश्व की मानव प्रवास-शरणार्थी समस्या।
- भारतीय उपमहाद्वीप के संदर्भ में सीमाएँ और सीमाएँ।
- जनसंख्या और बस्तियाँ- प्रकार और पैटर्न, शहरीकरण, स्मार्ट शहर और स्मार्ट गाँव।
- उत्तर प्रदेश का विशिष्ट ज्ञान – इतिहास, संस्कृति, कला, वास्तुकला, त्योहार, लोक-नृत्य, साहित्य, क्षेत्रीय भाषाएँ, विरासत, सामाजिक रीति-रिवाज और पर्यटन।
- यूपी का विशिष्ट ज्ञान – भूगोल मानव और प्राकृतिक संसाधन, जलवायु, मिट्टी, वन, वन्य जीवन, खान और खनिज, सिंचाई के स्रोत
- भारतीय संस्कृति का इतिहास प्राचीन से आधुनिक काल तक कला रूपों, साहित्य और वास्तुकला के प्रमुख पहलुओं को कवर करेगा।
- स्वतंत्रता संग्राम– इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न हिस्सों से महत्वपूर्ण योगदानकर्ता/योगदान।
- स्वतंत्रता के बाद देश के भीतर एकीकरण और पुनर्गठन (1965 ई. तक)।
- विश्व के इतिहास में 18वीं शताब्दी से लेकर 20वीं शताब्दी के मध्य तक की घटनाएं शामिल होंगी जैसे 1789 की फ्रांसीसी क्रांति, औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनर्निर्धारण, समाजवाद, नाजीवाद, फासीवाद आदि-उनके रूप और प्रभाव समाज।
(सामान्य अध्ययन – II)
- भारत और उसके पड़ोसी देशों के साथ संबंध।
- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से जुड़े समझौते और/या भारत के हित को प्रभावित करने वाले।
- भारत के हितों पर विकसित और विकासशील देशों की नीतियों और राजनीति का प्रभाव- भारतीय प्रवासी।
- महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां उनकी संरचना, जनादेश और कार्यप्रणाली।
- राजनीतिक, प्रशासनिक, राजस्व और न्यायिक व्यवस्था के संबंध में उत्तर प्रदेश का विशिष्ट ज्ञान।
- करेंट अफेयर्स और क्षेत्रीय, राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की घटनाएं।
- भारतीय संविधान– ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना, संविधान के बुनियादी प्रावधानों के विकास में सर्वोच्च न्यायालय की भूमिका।
- संघ और राज्यों के कार्य और जिम्मेदारियाँ: संघीय ढांचे से संबंधित मुद्दे और चुनौतियाँ, स्थानीय स्तर तक शक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसमें चुनौतियाँ।
- केंद्र-राज्य वित्तीय संबंधों में वित्त आयोग की भूमिका।
- शक्तियों का पृथक्करण, विवाद निवारण तंत्र और संस्थान।
- वैकल्पिक विवाद निवारण तंत्र का उद्भव और उपयोग।
- अन्य प्रमुख लोकतांत्रिक देशों के साथ भारतीय संवैधानिक योजना की तुलना।
- संसद और राज्य विधायिका– संरचना, कामकाज, व्यवसाय का संचालन, शक्तियां और विशेषाधिकार और संबंधित मुद्दे।
- स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधन से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित मुद्दे।
- गरीबी और भूख से संबंधित मुद्दे, राजनीतिक शरीर पर उनका प्रभाव।
- शासन के महत्वपूर्ण पहलू।
- पारदर्शिता और जवाबदेही, ई-गवर्नेंस अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएं, सीमाएं और क्षमता, नागरिक, चार्टर और संस्थागत उपाय।
- उभरती प्रवृत्तियों के संदर्भ में लोकतंत्र में सिविल सेवाओं की भूमिका।
(सामान्य अध्ययन – III)
- स्वतंत्रता के बाद से भारत में भूमि सुधार।
- अर्थव्यवस्था पर उदारीकरण और वैश्वीकरण के प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन और औद्योगिक विकास पर उनके प्रभाव।
- बुनियादी ढांचा: ऊर्जा, बंदरगाह, सड़कें, हवाई अड्डे, रेलवे, आदि।
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी-विकास और दैनिक जीवन में और राष्ट्रीय सुरक्षा, भारत की विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति में अनुप्रयोग।
- भारत में सुरक्षा बलों, उच्च रक्षा संगठनों की भूमिका, प्रकार और जनादेश।
- उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का विशिष्ट ज्ञान– यूपी की अर्थव्यवस्था का अवलोकन: राज्य के बजट। कृषि, उद्योग, बुनियादी ढांचे और भौतिक संसाधनों का महत्व।
- मानव संसाधन और कौशल विकास।
- सरकारी कार्यक्रम और कल्याणकारी योजनाएं।
- कृषि, बागवानी, वानिकी और पशुपालन में मुद्दे।
- कानून और व्यवस्था और नागरिक सुरक्षा विशेष संदर्भ में यू.पी.।
- भारत में आर्थिक योजना, उद्देश्य और उपलब्धियां। नीति आयोग की भूमिका, सतत विकास लक्ष्यों का पीछा (एसडीजी)।
- गरीबी, बेरोजगारी, सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के मुद्दे।
- सरकारी बजट और वित्तीय प्रणाली के घटक।
- प्रमुख फसलें, विभिन्न प्रकार की सिंचाई और सिंचाई प्रणाली, कृषि उपज का भंडारण, परिवहन और विपणन, किसानों की सहायता में ई-प्रौद्योगिकी।
- प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कृषि सब्सिडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित मुद्दे, सार्वजनिक वितरण प्रणाली- उद्देश्य, कार्यप्रणाली, सीमाएं, सुधार, बफर स्टॉक और खाद्य सुरक्षा के मुद्दे, कृषि में प्रौद्योगिकी मिशन।
- भारत में खाद्य प्रसंस्करण और संबंधित उद्योग- कार्यक्षेत्र और महत्व, स्थान, अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम आवश्यकताएं, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
(सामान्य अध्ययन – IV)
- भावनात्मक बुद्धिमत्ता– अवधारणा और आयाम, इसकी उपयोगिता, और प्रशासन और शासन में अनुप्रयोग।
- भारत और दुनिया के नैतिक विचारकों और दार्शनिकों का योगदान
- लोक प्रशासन में सार्वजनिक/सिविल सेवा मूल्य और नैतिकता: सरकारी और निजी संस्थानों में स्थिति और समस्याएं, नैतिक चिंताएं और दुविधाएं, नैतिक मार्गदर्शन, जवाबदेही और नैतिक शासन के स्रोत के रूप में कानून, नियम, विनियम और विवेक, शासन में नैतिक मूल्यों को मजबूत करना , अंतरराष्ट्रीय संबंधों और वित्त पोषण, कॉर्पोरेट प्रशासन में नैतिक मुद्दे
- शासन में ईमानदारी: सार्वजनिक सेवा की अवधारणा, शासन और ईमानदारी का दार्शनिक आधार, सूचना साझा करना, और सरकार में पारदर्शिता।
- सूचना का अधिकार, आचार संहिता, आचार संहिता, नागरिक चार्टर, कार्य संस्कृति, सेवा वितरण की गुणवत्ता, सार्वजनिक धन का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियां।
- नैतिकता और मानव इंटरफेस: मानव क्रिया में नैतिकता के सार, निर्धारक और परिणाम, नैतिकता के आयाम, निजी और सार्वजनिक संबंधों में नैतिकता।
- मानव मूल्य– महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन और शिक्षाओं से सबक, मूल्यों को विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका।
- दृष्टिकोण: सामग्री, संरचना, कार्य, इसका प्रभाव, और विचार और व्यवहार के साथ संबंध, नैतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण, सामाजिक प्रभाव और अनुनय।
- सिविल सेवा के लिए योग्यता और मूलभूत मूल्य, अखंडता, निष्पक्षता और गैर-पक्षपात, निष्पक्षता, सार्वजनिक सेवाओं के प्रति समर्पण, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता और करुणा।
- उपरोक्त मुद्दों पर केस स्टडी।
UPPSC Syllabus 2023 Pdf Download
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UPPSC Syllabus 2023 In hindi FAQ
UPPSC के प्री परीक्षा में कुल बहुविकल्पीय प्रकार प्रश्न पूछे जाते हैं।
हॉ, UPPSC की परीक्षा में 0.33 अंक की नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान है।
UPPSC परीक्षा ऑफ़लाइन मोड (OMR) शीट पर आयोजित होगी।
UPPSC के प्री परीक्षा में कुल 250 प्रश्न पूछें जाते हैं जिसमें प्रथम विषय से 150 प्रश्न पूछे जाते हैं और द्वितीय विषय से 100 प्रश्न पूछे जाते हैं।
हाँ, UPPSC परीक्षा में 100 अंको का इंटरव्यू होता है।
UPPSC प्री परीक्षा के लिए 2 घंटे (120 मिनट) का समय मिलता है।