UPSSSC PET Passage Practice Set 8: पिछले पेपर पर आधारित गद्यांश सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

UPSSSC PET Passage Practice Set 8 :- यूपी पेट की परीक्षा का आयोजन 15 और 16 अक्टूबर 2022 को होगा, जो भी उम्मीदवार UP PET Exam 2022 के लिए अपना ऑनलाइन आवेदन किये है और अक्टूबर महीने में होने वाली परीक्षा में भाग लेना चाहते हैं उनको इस इस परीक्षा ज्यादा से ज्यादा अंक प्राप्त करना अनिवार्य है क्योंकि आप इस परीक्षा कम अंक प्राप्त करगें तो आपका चयन मेंस परीक्षा में नही हो पायेगा इस लिए यदि आप UP PET EXAM 2022 की तैयारी कर रहें है तो आपको इन तैयारी को बढ़िया तरीके से करना चाहिए जिससे कि आप परीक्षा में ज्यादा अंक आसानी से प्राप्त कर पाएं।

इस लेख के जरिये आप PET Practice Set in Hindi को प्राप्त कर सकतें हैं और साथ ही अन्य परीक्षा के Practice Set प्राप्त करने के लिए क्लिक करें। UP PET EXAM में हिंदी भाषा के 2 पैसेज यानी कि गद्यांश से कुल 10 प्रश्न पूछें जाते हैं इसलिए हम आपके परीक्षा में 10 अंक पक्के करने के लिए हिंदी पैसेज संबंधित प्रश्न लेकर आते है जिससे कि आप अपनी तैयारी भी जांच सके और अपनी तैयारी को सुधार सकें।

यूपी पेट परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए PET Practice Set Online लगाते रहे, इसलिए हम आपके लिए up pet Exam में पूछें गए UPSSSC PET Passage Practice Set 7 के महत्वपूर्ण प्रश्न लेकर आये है जिसको आप हल करके अपनी तैयारी जाँच सकते हैं।

UPSSSC PET Passage Practice Set 8

UPSSSC PET Passage Practice Set 8

पैसेज 1:- किताब का विषय और सामग्री उस आयु वर्ग के हिसाब से हो जिसके लिए आप पुस्तक चुन रहे हैं। छोटे बच्चों के लिए रोज़मरी की समस्याओं और घटनाओ पुस्तक का विषय हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, स्कूल से घर लौटते समय रास्ते में मिलने वाले कुत्ते से डर लगना । इस वर्ग के बच्चों की कहानियों की एक विशेषता होती है-शब्दों, वाक्यों और घटनाओं की – पुनरावृत्ति बच्चों को मज़ेदार शब्द और वाक्य दोहराना अच्छा लगता है। आप किसी बच्चे को खेलते देखिए, आपको इस बात का सबूत मिल जाएगा। इसके अतिरिक्त पुनरावृत्ति से उन बच्चों को पढ़ने में प्रवीणता हासिल करने में मदद मिलती है जो अभी सीखने की प्रक्रिया में हैं। इस स्तर की कहानियाँ बहुत अधिक लंबी या जटिल नहीं होनी | चाहिए उनमें बहुत ज़्यादा घटनाओ या पात्र नहीं हों तो बेहतर है।

प्रश्न. पुस्तक का चयन किस आधार पर करना चाहिए?

  1. उपलब्धता
  2. आयु वर्ग
  3. कीमत
  4. नैतिक शिक्षा

उत्तर- 2

प्रश्न. छोटे बच्चे की पुस्तक का विषय मुख्य रूप से होना चाहिए?

  1. दैनिक जीवन
  2. राजा-रानी
  3. वीर पुरुष
  4. नैतिक मूल्य

उत्तर – 1

प्रश्न. बच्चों को कैसे शब्द दोहराना अच्छा लगता है?

  1. लंबे
  2. मसल
  3. जटिल
  4. मज़ेदार

उत्तर – 4

प्रश्न. सीखने की प्रक्रिया में पुनरावृत्ति का महत्त्व है, क्योंकि—

  1. लिखने में कुशलता प्राप्त होती है।
  2. बच्चे को कहानी याद हो जाती है।
  3. घटनाएँ याद हो जाती हैं।
  4. पढ़ने में कुशलता प्राप्त होती है।

उतर – 4

प्रश्न. पुस्तक चुनते समय कम महत्त्वपूर्ण है—

  1. आयु वर्ग
  2. विषय
  3. कीमत
  4. सामग्री

उत्तर – 3

पैसेज 2 :- यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारा जो व्यवहार होता है, उसी के अनुसार फल भी मिलता है। जो समाज और संवेदना की नीतिमूलक स्थापनाओं को अपने व्यवहार का हिस्सा बनाता है, वही शांति पाने का हकदार होता है। महावीर, बुद्ध, क्राइस्ट, नानक, गाँधी अगर हमारे जीवन पर विराजमान हैं तो इसमें उनकी निरहंकार और व्यवहार का योगदान है। वे समस्त प्राणियों, आकृति और सृष्टि के लिए। उनके मन में किसी के लिए रत्ती भर भी भेद-भाव नहीं रहा। अहंकार को विवेक से ही हटाया जा सकता है। गाँधीजी ने गुलामी से आज़ादी, मनुष्यता की सेवा और विवेक से मित्रता को अपना लक्ष्य बनाया। सबके प्रति समान दृष्टि का ही भाव और व्यवहार था कि गाँधी विश्व नेता बने। गीता में कहा गया है कि जो समस्त प्राणियों के हित में सदा संलग्न रहता है, सबका मित्र होता है। महावीर सत्य की साक्षात अनुभूति में मैत्री की अनिवार्यता की घोषणा करते हैं। यह अनुभूत सत्य है कि जो अपना मित्र होगा, वह हर किसी का मित्र होगा। आप भी इसे आजमा कर देखें। महसूस होने लगेगा कि जिस शांति के लिए भटक रहे हैं, वह कहीं बाहर नहीं आपके अंदर ही है।

प्रश्न. हमें किसके अनुसार फल मिलता है?

  1. व्यवहार
  2. बुद्धि
  3. वंश
  4. समाज

उत्तर – 1

प्रश्न. शांति को कहाँ पाया जा सकता है?

  1. समाज में
  2. धर्म में
  3. स्वयं में
  4. परिवार में

उतर – 3

प्रश्न. इनमें से किसे गांधीजी ने अपना लक्ष्य नहीं बनाया?

  1. विवेक से मित्रता
  2. गुलामी से आज़ादी
  3. मनुष्यता की सेवा
  4. गुलामों से आज़ादी

उत्तर – 4

प्रश्न. अनुच्छेद के अनुसार किसे अपने व्यवहार का हिस्सा बनाना चाहिए?

  1. सत्य और असत्य की परिभाषा
  2. अहंकार और विवेक की परिभाषा
  3. गुरु नानक देव की शिक्षाएँ
  4. समाज और संवेदनाओं के नैतिक मूल्य

उत्तर – 4

प्रश्न. महावीर, बुद्ध, क्राइस्ट, नानक व गाँधीजी में क्या समानता है?

  1. सभी ऊंचे कुल में जन्मे हैं।
  2. सभी ने मानव कल्याण किया।
  3. सभी धर्मगुरु हैं।
  4. सभी सन्यासी हैं।

उत्तर – 2