Urja Ganga Gas Pipeline: ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना की जानकारी

Urja Ganga Gas Pipeline Project 2023: PM Urja Ganga Gas Pipeline Registration, benefits, key features, important thing, से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से मिल जाएगी। इस लेख के तहत हम आपको भारत के प्रधान मंत्री मोदी सरकार द्वारा शुरू की गयी “ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना” की सम्पूर्ण जानकारी देंगे। हमारा देश कुल वैश्विक ग्रीन हाउस गैस का 4.1 प्रतिशत उत्सर्जन करता है। यह देश के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। इसके निवारण के लिए श्री प्रधानमंत्री जी ने “Urja Ganga Gas Pipeline Project” को शुरू करने का निर्णय लिए है।

ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना योजना के तहत सरकार ध्वारा प्राकृतिक गैस की पाइपलाइन बिछाई जाएगी। जिसका उपयोग मुख्य रूप से रसोई और वाहन गैस के लिए उपयोग होगा, क्योकि इस समय आये दिन पैट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो रही जिससे माल वाहन एवं यात्री वाहन के किराया में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही जिससे लोग बहुत ही ज्यादा परेशान हैं, इसलिए PM मोदी जी द्वारा इस योजना की शुरआत की गई है।

जिससे कि ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना योजना को आम लोगों तक पहुंचा कर आम लोगों के खानपान से लेकर बहुत सी चीजों में मदद कर पाए, एलपीजी आने से यात्री बस एलपीजी से यदि चलेंगी तो किराया कम लगेगा और इससे वातावरण भी शुद्ध रहेगा और लोगों के आवागमन में भी कोई परेशानी नहीं होगी।

Urja Ganga Gas Pipeline Project 2022
Urja Ganga Gas Pipeline Project

ऊर्जा-गंगा’ पूर्वी भारत के सात शहरो वाराणसी, रांची, कटक, पटना, जमशेदपुर, भुवनेश्वर और कोलकाता के लिए शहर गैस वितरण परियोजना है, 24 अक्टूबर, 2016 को इस परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में किया था।

इसमें उत्तर प्रदेश से उड़ीसा तक 2540 किलोमीटर लंबाई की एक पाइप लाइन की योजना बनाई गई थी। 2012 में प्रकाशित एक लेख से पता चलता है कि केवल 18% परिवार एलपीजी से खाना बनाते हैं बाकी बचे हुए परिवार अन्य ईंधन का प्रयोग करते हैं। जो परिवार एलपीजी सिलेंडर से वंचित है उनको इन योजनाओं के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जोड़ने का प्रयास कर रहे है और काफी हद तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को इन योजनाओं के माध्यम से सफलता भी मिली है।

Urja Ganga Gas Pipeline Project: ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना का संक्षिप्त विवरण

परियोजना का नामऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना
परियोजना शुरू करने वाले ब्यक्तिप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी
परियोजना का लाभइस योजना के तहत यूपी, बिहार, झारखंड, उड़ीसा और बंगाल के 40 जिलों के 2600 गांवों को गैस पाईप लाइन से जोड़ा जाएगा।
योजना उद्देश्यलाभ पोस्ट में नीचे की तरफ दिए गए हैं
योजना की शुरआत24 अक्टूबर 2016

Urja Ganga Gas Pipeline Project 2023: परियोजना के महत्वपूर्ण तथ्य

  • वाराणसी शहर में 50,000 घरों को पी.एन.जी. कनेक्शन और 20,000 वाहनों को सी.एन.जी. उपलब्ध कराने के लिए 20 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा।
  • इसके लिए वाराणसी शहर में 800 किमी. के लंबाई की एम.डी.पी.ई. (Medium Density Polyethylene) पाइपों का जाल बिछाया जाएगा।एम.डी.पी.ई. घनत्व के आधार पर वर्गीकृत प्लास्टिक का एक प्रकार है, जिसका घनत्व 0.926-0.940 ग्रा./सेमी.3 होता है।
  • ऊर्जा-गंगा परियोजना गेल (GAIL) द्वारा निर्माणाधीन जगदीशपुर-हल्दिया-बोकारो-धर्मा पाइपलाइन प्रोजेक्ट (JHBDPL) का भाग है।ध्यातव्य है कि गेल (इंडिया) लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी एकीकृत प्राकृतिक गैस कंपनी है, JHBDPL पांच राज्यों-उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और प. बंगाल से गुजरती है।

Urja Ganga Gas Pipeline Project 2023 की आवश्यकता क्यों?

  • भारत कुल वैश्विक ग्रीन हाउस गैस का 4.1 प्रतिशत उत्सर्जन करता है।
  • पेरिस समझौते के अनुसार, भारत अपनी जीडीपी उत्सर्जन गहनता (Emission Intensity) में वर्ष 2030 तक 33-35 प्रतिशत तक की कटौती करने को प्रतिबद्ध है। इस जीडीपी उज्सर्जन गहनता का आधार वर्ष 2005 को माना जाएगा।
  • प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए यह आवश्यक है कि हम परंपरागत ऊर्जा स्रोतों पर से अपनी निर्भरता को कम करें।
  • अपेक्षाकृत स्वच्छ ऊर्जा-स्रोतों पर अपनी निर्भरता को बढ़ाने के एक विकल्प के रूप में ग्रामीण क्षेत्र में उपयोग हो रहे कोयला एवं लकड़ी को एल.पी.जी. से और शहरों में एल.पी.जी. को प्राकृतिक गैस से प्रतिस्थापित किया जा रहा है।
  • इसी कड़ी में ऊर्जा-गंगा परियोजना एक महत्वपूर्ण कदम है।

Urja Ganga Gas Pipeline Project 2023 परियोजना से लाभ

  • भूमिगत पाइपलाइन से भूमि का परंपरागत उपयोग बना रहेगा।
  • उपभोक्ताओं के लिए मिलावट एवं गैस चोरी का खतरा नहीं रहेगा।
  • रख-रखाव पर कम खर्च।
  • इसमें प्रयोग की जाने वाली प्राकृतिक गैस का मुख्य घटक मीथेन (CH4) की है, जो अधिक दक्षता से जलता है।
  • नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
  • पाइपों में गैस भेजने से मानव ऊर्जा एवं समय की बचत होगी।
  • निर्बाध आपूर्ति के साथ सिलेंडर के पुनर्भरण का इंतजार खत्म होगा।
  • इस परियोजना से वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्रों में 5 लाख एल.पी.जी. कनेक्शन उपलब्ध कराया जा सकेगा।
  • गोरखपुर (उ.प्र.), बरौनी (बिहार), सिंदरी (झारखंड) में बंद पड़ी उर्वरक फैक्ट्रियों का पुनरुद्धार किया जाएगा। ये फैक्ट्रियां भी इस परियोजना से लाभान्वित होंगी।
  • इसके तहत बहुत से गैस डिस्ट्रीब्यूटर केंद्र बनाए जाएंगे, जहाँ लोगो के लिए नौकरी की उपलब्धता बनी रहेगी।
  • इसके जरिए लगभग 6,500 लोगों को नौकरी मिलेगी।
  • इसके तहत उद्योगों, घरों और गाड़ियों को जरूरी ऊर्जा मिलेगी।
  • इस योजना के तहत होटल, डेयरी और यहां तक कि श्मशान घाटों को भी आपूर्ति की जाएगी।

PM Urja Ganga Gas Pipeline Project अन्य महत्वपूर्ण विवरण

  • इस योजना के अंतर्गत UP राज्य मे 338 किलोमीटर की लंबाई की गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी।
  • बिहार राज्य में पीएम ऊर्जा गंगा परियोजना 441 किलोमीटर लंबी गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी।
  • पूर्वी भारत में झारखंड राज्य में पीएम ऊर्जा गंगा परियोजना योजना के तहत 500 किलोमीटर लंबी गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी।
  • पूर्वी भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में पीएम ऊर्जा गंगा परियोजना योजना के तहत 542 किलोमीटर की गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी।
  • ओडिशा राज्य में पीएम ऊर्जा गंगा परियोजना के तहत 718 किलोमीटर की गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी।
  • ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना 2021 के तहत वाराणसी शहर में 50 हजार घरों को PNG कनेक्शन और 20 हजार वाहनों को CNG उपलब्ध कराने के लिए 20 PNG स्टोर खोले
  • इन 5 राज्यों के कुल 7 शहरों में ये गैस पाइपलाइंस बिछाई जाएंगी।

ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना की सीमाएं

  • एक बार निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद परियोजना की क्षमता में वृद्धि नहीं की जा सकती है।
  • किसी एक स्थान पर मरम्मत कार्य से पूरा टर्मिनल प्रभावित होगा।
  • पाइपलाइनों की सुरक्षा का प्रबंध करना बहुत ही कठिन कार्य है।
  • अपनी इन सीमाओं के बावजूद भी यह परियोजना शहरी जीवन-शैली के अनुकूल है। इसे घरों, अस्पतालों, स्कूलों एवं अन्य औद्योगिक संस्थानों में ऊर्जा-स्रोत के बेहतर विकल्प के रूप में स्थापित किया जाना लाभकारी रहेगा।
  • ध्यातव्य है कि भारत में उदगमित व भारत की सर्वाधिक लंबी नदी गंगा इन राज्यों से होकर बहती है, जिससे कि लोगों को जुड़ने से और लाभ मिलेगा।

Urja Ganga Gas Pipeline Project 2023 की अन्य जानकारी

इस योजना के द्वारा अगले 2 सालों में वाराणसी के घरों में पाइपिंग रसोई गैस उपलब्ध कराना है। अगले 1 वर्ष के बाद पड़ोसी राज्यों में लाखों लोगों को पाइपिंग रसोई गैस उपलब्ध कराने की भी जिम्मेदारी है, इस योजना के तहत यूपी, बिहार, झारखंड, उड़ीसा और बंगाल के 40 जिलों के 2600 गांवों को कवर किये जाने का पूर्ण प्रयास है।

ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना की शुरआत कब हुई?

ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना की शुरआत 24 अक्टूबर 2016 को।

ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना किसके द्वारा लॉन्च की गई?

ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा लॉन्च की गई।

Urja Ganga Gas Pipeline Project के तहत कितने राज्य को लाभ मिलेगा?

यूपी, बिहार, झारखंड, उड़ीसा और बंगाल कुल 5 राज्यों को लाभ मिलेगा।

Urja Ganga Gas Pipeline Project के तहत कुल कितनी लंबी गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी।

उत्तर प्रदेश से उड़ीसा तक 2540 किलोमीटर लंबी गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी।

Urja Ganga Gas Pipeline Project के तहत कितने जिलों को इस योजना का लाभ मिलेगा?

Urja Ganga Gas Pipeline Project के तहत यूपी, बिहार, झारखंड, उड़ीसा और बंगाल के 40 जिलों के 2600 गांवों को कवर किया जयेगा।

सभी प्रकार की सरकारी नौकरी, योजना, रिजल्ट, जॉब्स, एडमिशन फॉर्म संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए sarkariexamup पर विजिट करते रहें।