REET Syllabus In Hindi 2024 : यदि आप राजस्थान में सरकारी शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं तो आपको राजस्थान माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रारम्भिक परीक्षा REET को उत्तीर्ण करना होगा। यदि आप प्रथमिक स्तर (कक्षा 1 से 5) के शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपको REET Level 1 परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी और यदि उच्च प्राथमिक स्तर (कक्षा 6 से 8) के शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपको REET Level 2 की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
इस प्रारम्भिक परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद आप राजस्थान की भर्ती परीक्षा में बैठने के योग्य हो जायेंगे। इस लेख के जरिये हम आपको REET Syllabus और REET Exam Pattern की सम्पूर्ण जानकारी देने वाले हैं जो उम्मीदवारों के लिए जरूरी और उपयोगी हैं। REET का पूरा नाम REET (Rahasthan Eligibility Examination for Teacher) राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा है।
REET Syllabus का संक्षिप्त विवरण
संस्था का नाम | Board of Secondary Education Rajasthan, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा विभाग |
परीक्षा का नाम | REET (Rahasthan Eligibility Examination for Teacher) राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा |
लेख कैटेगरी | सिलेबस |
लेख का नाम | REET Syllabus In Hindi |
प्रश्न प्रकार | बहुविकल्पीय प्रकार |
परीक्षा मोड | ऑफलाइन |
प्रश्नपत्रों की संख्या | Paper-I (Primary Level) Paper-II (Elementary Level) |
पास होने के कितने अंक चाहिए | जाति के अनुसार 60% अंक चाहिए General – 90 अंक OBC – 82.5 अंक SC/ST – 82.5 अंक |
परीक्षा में कुल प्रश्नों की संख्या | 150 प्रश्न |
परीक्षा के लिए मिलने वाला समय | 2 घण्टा 30 मिनट |
शैक्षिक योग्यता | स्नातक के साथ बी एड/बी टी सी डिग्री |
नेगेटिव मार्किंग होती है | नहीं होती है |
आधिकारिक वेबसाइट | https://www.reetbser2022.in/ |
REET Exam Pattern
किसी भी परीक्षा को उत्तीर्ण करने की सबसे सटीक रणनीति है उसके परीक्षा पैटर्न के बारे में गहराई से अध्ययन करना। जो लोग REET Exam के लिए आवेदन कर चुके हैं, वे नीचे दिये REET Exam Pattern को देख सकते हैं।
- यह परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित होती है।
- इस परीक्षा मे वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाते है।
- प्रत्येक प्रश्न लिखित परीक्षा में 1 अंक का होता है।
- लिखित परीक्षा के लिए 2 घंटे 30 मिनट का समय दिया जाता है।
- इस परीक्षा में माइनस मार्किंग नही होती है।
- इस परीक्षा में कुल 150 प्रश्न पूछे जाएंगे, जो कि कुल 150 अंकों के होंगे।
- इसमे Paper 1 में बाल विकास से 30 प्रश्न, गणित से 30 प्रश्न, भाषा I से 30 प्रश्न, भाषा II से 30 प्रश्न एवं पर्यावरणीय अध्ययन से 30 प्रश्न पूछे जाते हैं।
- इसमे Paper 2 में बाल विकास से 30 प्रश्न, गणित एवं विज्ञान/सामाजिक विज्ञान से 30 प्रश्न, भाषा I से 30 प्रश्न, भाषा II से 30 प्रश्न पूछे जाते हैं।
REET Exam Pattern For Paper-1
अनुभाग | प्रश्नों की संख्या | कुल अंक |
बाल विकास और कार्यप्रणाली और शिक्षाशास्त्र | 30 | 30 |
भाषा 1 (हिंदी) | 30 | 30 |
दूसरी भाषा (अंग्रेजी, उर्दू और संस्कृत से कोई भी) | 30 | 30 |
गणित | 30 | 30 |
पर्यावरण अध्ययन | 30 | 30 |
कुल | 150 | 150 |
REET Syllabus In Hindi – Paper 1 (कक्षा 1 से 5)
REET परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारो को परीक्षा में ज्यादा अंक लाने के लिए सिलेबस के बारे में जानना बहुत ही आवश्यक है इसलिए जो भी उम्मीदवार REET Online Form भरें हैं या भरने की सोच रहें हैं, उन सभी छात्र छात्राओ को REET Syllabus In Hindi को ध्यान से पढ़ना चाहिए।
REET Syllabus Paper 1 (कक्षा 1 से 5) | Child Development And Pedagogy
- बाल विकास : वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास को प्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में) एवं अधिगम से उनका संबंध
- वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका
- व्यक्तिगत विभिन्नताएँ: अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक
- व्यक्तित्व : संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक, व्यक्तित्व का मापन ।
- बुद्धि : संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ ।
- विविध अधिगमकर्ताओं की समझ, पिछड़े विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित – वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे ।
- अधिगम में आने वाली कठिनाइयाँ
- समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका
- अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना
- अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक
- अधिगम के सिद्धान्त एवं इनके निहितार्थ
- बच्चे सीखते कैसे है
- अधिगम की प्रक्रियाएँ: चिन्तन, कल्पना एवं तर्क
- अभिप्रेरणा व इसके अधिगम के लिए निहितार्थ
- शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाएँ, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ ।
- आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण, सीखने के प्रतिफल
- क्रियात्मक अनुसन्धान
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009, अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व
REET Syllabus Language 1 & 2 – Hindi
- एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न : पर्यायवाची, विलोम, वाक्याशों के लिए एक शब्द, शब्दार्थ, शब्द शुद्धि
- उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और समास ,संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय ।
- एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न : रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना, वचन, काल, लिंग ज्ञात करना, दिए गए शब्दों का वचन काल और लिंग बदलना
- वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध,
- मुहावरे और लोकोक्तियाँ, विराम चिह्न |
- भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास ।
- भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) ,हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ, शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठ्य पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन
- भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण
REET Syllabus Language 1 & 2 English
- Unseen Prose Passage
- Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution
- Unseen Prose Passage
- Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of comparison
- Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice, Narration, Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols
- Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English Language Teaching
- Development of Language Skills, Teaching Learning Materials: (Text books, Multi Media Materials and other Resources)
- Comprehensive & Continuous Evaluation, Evaluation in English Language.
REET Syllabus Language 1 & 2 Sanskrit
- एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित – व्याकरण-सम्बन्धिनः प्रश्नाः – शब्दरूप – धातुरूप -कारक- विभक्ति – उपसर्ग-प्रत्यय – सन्धि- समास – सर्वनाम – विशेषण अव्ययेषु प्रश्नाः
- एकम् अपठितं गद्यांशम्
- राजस्थानस्य इतिहास कला संस्कृति चाधारीकृत्य निम्नलिखित – बिन्दुसम्बन्धिनः प्रश्ना: रेखांकितपदेषुक्रियापद-चयन-वचन-लकार – लिंग- सन्धि- समास – विशेष्य-विशेषणज्ञान- विलोमशब्द प्रश्नाः
- लकारपरिवर्तन प्रश्नाः (लट्-लङ्- लृट् – विधिलिङ्लकारेषु)
- संख्याज्ञान- माहेश्वर सूत्र – सम्बन्धिनः प्रश्नाः
संस्कृतानुवादः, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्-लकारस्य) वाक्येषु प्रश्ननिर्माणम्, अशुद्धिसंशोधनम्, संस्कृतसूक्तयः - संस्कृतभाषा-शिक्षण- विधयः
- संस्कृतभाषा – शिक्षण – सिद्धान्ताः
- संस्कृतभाषाकौशलस्य विकास:, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम् )
- संस्कृताध्यापनस्य अधिगमसाधनानि पाठ्यपुस्तकानि संप्रेषणस्य साधनानि
- संस्कृतभाषा – शिक्षणस्य उपचारात्मकशिक्षणम्
- मूल्यांकन- सम्बन्धिनः प्रश्नाः, मौखिक – लिखितप्रश्नानां
प्रकार- सततमूल्यांकनम्
REET Syllabus Language 1 & 2 Urdu
- نثری اقتباس پر مبنی سوالات:
- عبارت نہی ، معانی الفاظ ،اعراب، واحد – جمع ، مذکر مؤنٹ ، متضاد، مترادف
- نثری اقتباس پر مبنی سوالات:
- مواد کی سمجھ فعل ، فاعل ، مفعول
- جملے کی اقسام ، زمانہ
- اسم اور اس کی اقسام ہمیر اور اس کی اقسام بصفت اور اس کی اقسام محاورے اور کہاوتیں ، رموز اوقاف
- سکھانے کے طریقے ، زبان کی تدریس میں معاون اشیاء
- جانچ اور اسی کے طریقے معروضی اور مسلسل پانچ انداز و قدر ) ،سوالات اور ان کی تمہیں
REET Syllabus Language 1 & 2 Sindhi
- नसुर जा ब टुकिरा (पैराग्राफ) (गद्यांश) राजस्थान जे कलां, साहित्य, संस्कृति जे बारे में दर्सी किताबनि खां सवाइ हून्दा उन्हनि टुकरनि मां हिन तरह जा सुवाल पुछिया वेदां
- लफ्जनि जी जाण, डुखियनि अखरनि जी माना, अदद, जिंस, इस्म, सिफत, जमीर, फइल, ज़मान वगैरह सां वास्तो रखंदड़ सुवाल
- टुकिरे में को इस्तलाहु या पहाको हुजे उन जी माना, टुकिरे जो उनवान, अख्लाकी सिख्या वगैरह
- गाल्हाइण जा अठ लफ्ज – मुख्तिसर जाण । सिंधी भाषा जी लिखावट, लिपियुनि जी जाण
- लफ्जनि जी जाण, सागी माना वारा अखर, लफ्जनि जी रचना अगियाड़ियूं ऐं पछाड़ियूं
- जमान, जिंस, अदद ज़िद इस्तलाह ऐं पहाका
- सिंधी भाषा सेखारण, पढ़ाइण जा तरीका
- शार्गिदनि खे सिंधी भाषा सेखारण जा कारगर तरीका
- सिंधी भाषा बुधण, गाल्हाइणु, पढ़ण, लिखण सिखण ऐं सेखारण जा तरीका, दर्सी किताबनि में भाषा जो ज्ञान, शार्गिदनि खे कहिड्न तरीकनि सां डियण घुरिजे
- सिंधी भाषा पढ़ण, पढ़ाइण, लिखण, गाल्हाइण जो मूल्यांकन । जिबानी ऐं लिखित सुवालनि जा किस्म, सिंधी भाषा उम्दे नमूने सेखारण जा खास तरीका
REET Syllabus Language 1 & 2 Punjabi
- ਇਕ ਅਣਡਿੱਠੇ ਵਾਰਤਕ ਪੈਰ੍ਹੇ ਵਿਚੋਂ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਿਆਕਰਨ ਸੰਬੰਧੀ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਗੇਤਰ-ਪਿਛੇਤਰ, ਤਤਸਮ ਸ਼ਬਦ, ਤਦਭਵ ਸ਼ਬਦ, ਦੇਸੀ ਸ਼ਬਦ, ਵਿਦੇਸ਼ੀ ਸ਼ਬਦ, ਬਹੁ-ਅਰਥਕ ਸ਼ਬਦ, ਸਮਾਨਾਰਥਕ ਸ਼ਬਦ, ਵਿਰੋਧੀ ਸ਼ਬਦ, ਬਹੁਤੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੀ ਥਾਂ ਇਕ ਸ਼ਬਦ, ਸ਼ੁੱਧ-ਅਸ਼ੁੱਧ ਸ਼ਬਦ
- ਇਕ ਅਣਡਿੱਠੇ ਵਾਰਤਕ ਪੈਰ੍ਹੇ ਵਿਚੋਂ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਬਿੰਦੂਆਂ ਉੱਤੇ ਅਧਾਰਿਤ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਲਕੀਰੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਅਰਥ ਸਪਸ਼ਟ ਕਰਨਾ; ਲਿੰਗ, ਵਚਨ ਅਤੇ ਕਾਲ ਦੱਸਣਾ; ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦਾ ਲਿੰਗ, ਵਚਨ ਅਤੇ ਕਾਲ ਬਦਲਣਾ
- ਪੰਜਾਬੀ ਵਰਨਮਾਲਾ, ਲਗਾਂ-ਮਾਤਰਾਂ, ਲਗਾਖਰ, ਪੰਜਾਬੀ ਸ੍ਵਰ ਅਤੇ ਵਿਅੰਜਨ
- ਪੰਜਾਬੀ ਅਖਾਣ ਅਤੇ ਮੁਹਾਵਰੇ, ਵਿਸ਼ਰਾਮ-ਚਿੰਨ੍ਹ
- ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ ਅਧਿਆਪਨ ਦੇ ਸਿਧਾਂਤ ਅਤੇ ਵਿਧੀਆਂ, ਭਾਸ਼ਾਈ ਕੌਸ਼ਲਾਂ (ਸੁਣਨਾ, ਬੋਲਣਾ, ਪੜ੍ਹਣਾ, ਲਿਖਣਾ) ਦਾ ਵਿਕਾਸ, ਭਾਸ਼ਾ ਸਿੱਖਣ-ਸਿਖਾਉਣ ਦੀ ਸਮੱਗਰੀ, ਪਾਠ ਪੁਸਤਕ ਅਤੇ ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ ਸਿੱਖਿਆ ਦੀਆਂ ਵਰਤਮਾਨ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਅਤੇ ਸੁਧਾਰ
- ਭਾਸ਼ਾ ਸਿੱਖਿਆ ਵਿਚ ਮੁਲਾਂਕਣ, ਨਿਰੰਤਰ ਅਤੇ ਵਿਆਪਕ ਮੁਲਾਂਕਣ।
Language 1 & 2 Gujarati
- એક અપઠિત ગદ્યાંશ અને એક અપતિ પાંશ જેમાં બોધગમ્યતા, નિષ્કર્ષ વ્યાકરણ અને મૌખિક યોગ્યતા સંબંધિત પ્રશ્ન હશે.
- વ્યાકરણન: સંજ્ઞા સર્વનામ, પર્યાયવાચી શબ્દ વિરોધી શબ્દ, ઉપસર્ગ, પ્રત્યય સંધિ, સમાસ, શબ્દ સમૂહ માટે એક શબ્દ, શબ્દોના અર્થ કાળ, વચન, લિંગ, સંયોજક નીપાત.
- કયરચન) : વાક્યના પ્રકાર, રૂઢિપ્રયોગો, કહેવતો,
- ગુજરાતી ભાષાની શિક્ષણ પદ્ધતિ,
- ગુજરાતી ભાષાની શિક્ષણ પદ્ધતિના સિદ્ધાત -બાળકમાં ગુજરાતી ભાષાનો વિકાસ,
- ગુજરાતી ભાષાનાં કૌશલ્યો શ્રવણ, કથન, વાંચન, લેખન,. ગુજરાતી ભાષા શિક્ષણ શૈક્ષણિક સાધનસામગ્રી, પાઠ્યપુસ્તક ગુજરાતી ભાષા શિક્ષકની સજ્જતા ગુજરાતી ભાષામાં વપરાતાં વિરામચિહ્નોના પ્રકાર અને મહત્વ, વાકયના અર્થના આધારે તેનો ઉપયોગ.
- ગુજરાતી ભાષા શિક્ષણમાં મૂલ્યાંકન, લેખિત અને 5ૌખિક કસોટી માટેના પ્રશ્નોના પ્રકાર, સતત મૂલ્યાંકન ઉપચારાત્મક કાર્ય અને તેમાં મદદરૂપ સાધનો
Mathematics
- एक करोड़ तक की पूर्ण संख्याएँ, स्थानीय मान, तुलना, गणितीय मूल संक्रियाएँ – जोड़, बाकी, गुणा, भाग; भारतीय मुद्रा
- भिन्न की अवधारणा, उचित भिन्नें समान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, मिश्र भिन्नें, असमान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, भिन्नों की जोड़ बाकी अभाज्य एवं संयुक्त संख्याएं, अभाज्य गुणनखण्ड, लघुत्तम समापवर्त्य, महत्तम समापवर्तक
- ऐकिक नियम औसत लाभ-हानि, सरल ब्याज
- समतल व वक्रतल, समतल व ठोस ज्यामितिय आकृतियाँ समतल ज्यामितीय आकृतियों की विशेषतायें बिन्दु, रेखा, किरण, रेखा खण्ड, कोण एवं उनके प्रकार । लम्बाई, भार, धारिता, समय, क्षेत्रमापन एवं इनकी मानक इकाइयां एवं उनमें संबंध वर्गाकार तथा आयतकार वस्तुओं के पृष्ठ तल का क्षेत्रफल एवं परिमाप
- गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति, पाठ्यक्रम में गणित की महत्ता, गणित की भाषा, सामुदायिक गणित, आंकडो का प्रबंधन
- औपचारिक एवं अनौपचारिक विधियों द्वारा मूल्यांकन, शिक्षण की समस्याएं त्रुटि विश्लेषण एवं शिक्षण एवं अधिगम से संबंधित, निदानात्मक एवं उपराचारात्मक शिक्षण
Environmental Studies
- परिवार – आपसी संबंध, एकल एवं संयुक्त परिवार, सामाजिक बुराईयां (बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालश्रम, चोरी), दुर्व्यसन (नशाखोरी, धूम्रपान) और इनके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम
- वस्त्र एवं आवास – विभिन्न ऋतुओं में पहने जाने वाले वस्त्र घर पर वस्त्रों का रख-रखाव, हस्त करघा तथा पावरलूम, – जीव जन्तुओं के आवास, विभिन्न प्रकार के मानव-आवास, आवास और निकटवर्ती स्थानों की स्वच्छता, आवास निर्माण हेतु विभिन्न प्रकार की सामग्री
- व्यवसाय – अपने परिवेश के व्यवसाय (कपड़े सिलना, बागवानी, कृषि कार्य, पशुपालन, सब्जीवाला आदि) लघु एवं कुटीर उद्योग, राजस्थान राज्य के प्रमुख उद्योग एवं हस्तकलाएं, उपभोक्ता संरक्षण की आवश्यकता, सहकारी समितियां
- हमारी सभ्यता, संस्कृति – राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय पर्व, राजस्थान के मेले एव त्यौहार, राजस्थान की वेशभूषा एवं आभूषण, राजस्थान का खान-पान, राजस्थान की वास्तुकला, राजस्थान के पर्यटन स्थल, राजस्थान की प्रमुख विभूतियां एवं गौरव राजस्थान की विरासत (प्रमुख दुर्ग, महल, स्मारक) राजस्थान की चित्रकला, राजस्थान के लोकदेवता
- परिवहन और संचार – यातायात और संचार के साधन, सडक पर चलने और यातायात के नियम यातायात के संकेत, – संचार साधनों का जीवन शैली पर प्रभाव
- अपने शरीर की देख-भाल शरीर के बाहय अंग और उनकी साफ-सफाई, शरीर के आंतरिक भागों की सामान्य जानकारी, संतुलित भोजन की जानकारी और इसका महत्व
- सामान्य रोग (आंत्रशोथ, अमीबायोसिस, मेटहीमोग्लोबिन, एनिमिया, फ्लुओरोसिस, मलेरिया, डेंगू ) उनके कारण और बचाव के उपाय पल्स पोलियो अभियान
- सजीव जगत – पादपों और जंतुओं के संगठन के स्तर, सजीवों में विविधता, राज्य पुष्प, राज्य वृक्ष, राज्य पक्षी, राज्य पशु संरक्षित वन क्षेत्रों एवं वन्य जीव (राष्ट्रीय उद्यान, वन्य जीव अभयारण्य, बाघ संरक्षित क्षेत्र, विश्व धरोहर ) की जानकारी, पादपों तथा जंतुओं की जातियों का संरक्षण, कृषि पद्धतियां
- जल – जल, वन, नमभूमि और मरूस्थल की मूलभूत जानकारी, विभिन्न प्रकार के प्रदूषण एवं इनका नियंत्रण, जल के गुण, जल के स्त्रोत, जल प्रबंधन, राजस्थान में कलात्मक जल स्त्रोत, पेयजल व सिंचाई स्त्रोत
- हमारी पृथ्वी व अंतरिक्ष– सौर परिवार भारत के अंतरिक्ष यात्री
- पर्वतारोहण पर्वतारोहण में कठिनाईयां एवं काम आने वाले औजार, भारत की प्रमुख महिला पर्वतारोही
- पर्यावरण अध्ययन के क्षेत्र एव संकल्पना
- पर्यावरण अध्ययन का महत्व, समाकलित पर्यावरण अध्ययन, पर्यावरण शिक्षा के अधिगम सिद्धान्त, पर्यावरण अध्ययन का विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषयों के साथ अन्तर्सम्बन्ध एवं क्षेत्र,
- पर्यावरणीय शिक्षा शास्त्र संकल्पना प्रस्तुतीकरण के उपागम ,क्रियाकलाप, प्रयोग / प्रायोगिक कार्य, चर्चा
- समग्र एवं सतत मूल्यांकन, शिक्षण सामग्री / सहायक सामग्री, शिक्षण की समस्याऐं सूचना एवं संचार प्रोद्यौगिकी
REET Pre Syllabus PDF Download
यदि आप REET Syllabus PDF Download करना चाहते हैं तो आप इस पीडीएफ को आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकतें हैं या नीचे दिए REET Syllabus Pdf लिंक से डाउनलोड कर सकतें हैं।
REET syllabus In Hindi – FAQ
REET का पूरा नाम – Rajasthan Eligibility Examination Teacher
नहीं
पेपर 1
पेपर 2
रीत परीक्षा के स्तर -1 के पेपर में 5 विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं जो बाल विकास, गणित, पर्यावरण अध्ययन, हिंदी,अंग्रेजी/संस्कृत है।
पूर्ण सिलेबस के लिए पूरा लेख पढ़ें।
REET Exam के लिए 2.5 घण्टे का समय मिलता है।
REET के प्री परीक्षा में 150 प्रश्न पूछे जाते हैं?