Indian Army JAG Syllabus In Hindi : भारतीय सेना ने जज एडवोकेट जनरल ब्रांच (JAG) की भर्ती जारी की जाती है, जिसके माध्यम से भारत सरकार द्वारा Army (भारतीय सुरक्षा बल) में एडवोकेट पद पर नियुक्ति होती है, Army JAG Entry यानी जज एडवोकेट जनरल (JAG) भारतीय वायुसेना की गोपनीय ब्रांच होती है।
Army JAG Entry पद पर भर्ती होने वाले कर्मचारियों को आर्मी के अंदर कानून व्यवस्था से संबंधित कार्य सौंपे जाते हैं, जैसे किसी भी अधिकारी या जवानों के कोर्ट मार्शल की पैरवी करना या भारतीय सुरक्षा बल आर्मी के लीगल कामों को निर्देशित करना, इत्यादि।
जो भी उम्मीदवार JAG पद पर भर्ती होना चहाते हैं, उनको Indian Army JAG Syllabus In Hindi और Indian Army JAG New Exam Pattern के बारे में जानना बहुत ही जरूरी हैं, जिससे आप लिखित परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीक़े से कर पायें।
Indian Army JAG Syllabus – संक्षिप्त विवरण
संस्था का नाम | इंडियन आर्मी |
परीक्षा आयोजन कर्ता | इंडियन आर्मी |
पद का नाम | JAG 29 Entry Scheme – Lieutenant (on Commission) |
सलेक्शन प्रोसेस | चरण 1: उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग चरण 2: एसएसबी इंटरव्यू चरण 3: मेडिकल |
आधिकारिक वेवसाइट | joinindianarmy.nic.in |
Indian Army JAG Exam Pattern
Indian Army JAG पद पर चयनित होने के लिए निम्नलिखित तीन चरणों को पास करना होगा-
- उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग
- इंटरव्यू
- मेडिकल
भारतीय सेना में JAG एंट्री के लिए कोई भी लिखित परीक्षा नहीं होती है, इसमें उम्मीदवारों के LLB के न्यूनतम और अधिकत्तम अंको को देखकर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है, जिसके बाद SSB मेरिट लिस्ट में छॉटे गए उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है, इस परीक्षा के लिए उम्मीदवार अपनी इच्छा के अनुसार SSB Centre चुन सकते हैं कि उन्हें किस SSB ऑफिस में इंटरव्यू देना है यह प्रक्रिया “पहले आओ पहले पाओ” की अवधारणा पर होती है|
जो उम्मीदवार सबसे पहले अपने नजदीक के SSB सेंटर का चुनाव करता है उसके पास कि SSB Centre में इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है, SSB इंटरव्यू के लिए यदि आपके एलएलबी डिग्री में मैक्सिमम 60 से 65% अंक हैं तो आपका एसएसबी इंटरव्यू लगभग कंफर्म हो जाता है|
SSB Interview
SSB का इंटरव्यू 5 दिनों तक चलता है जिसमें पहले दिन स्क्रीनिंग की जाती है और उसके बाद डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और अलग-अलग दिनों में अलग-अलग टास्क दिए जाते हैं, पांचवे दिन उम्मीदवार के सारे डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन करने के बाद उन्हें मेडिकल एग्जाम के लिए चुना जाता है, जिसके बाद जो उम्मीदवार इन सभी परीक्षाओं में सफल होता है, उसे ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है।
जज एडवोकेट जनरल के पद की भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को यह जानना अति आवश्यक है कि एसएसबी इंटरव्यू के समय होने वाली परीक्षा में क्या-क्या सवाल पूछे जाते है, इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सवालों और टॉफी के बारे में नीचे की तरफ और विस्तार पूर्वक जानकारी दी है जिन को पढ़कर आपका अंदाजा लगा सकते हैं कि इंटरव्यू में किस प्रकार से और कैसे सवाल पूछे जाते हैं।
Indian Army JAG Syllabus In Hindi
- नॉन वर्बल।
- वर्बल।
- पिक्चर प्रेसेप्शन एंड डिस्कशन टेस्ट।
- थीमेटिक ऍपेरेप्शन टेस्ट।
- वर्ड एसोसिएशन टेस्ट।
- सिचुएशन रिएक्शन टेस्ट।
- सेल्फ डिस्क्रिप्शन टेस्ट।
- ग्रुप डिस्कशन।
- ग्रुप प्लानिंग एक्सरसाइज।
- प्रोग्रेसिव ग्रुप टास्क।
- ग्रुप ऑब्स्टेकल रेस।
- हाफ ग्रुप टास्क।
- लेक्चररेट।
- इंडिविजुअल ऑब्स्टैल।
- कमांड टास्क।
- फाइनल ग्रुप, इत्यादि।
1. नॉनबर्बल रीजनिंग
- एनालॉजी– एनालॉजी प्रश्न में आपको दो आकृति की जोड़ी दी जाती है, जिसमे आपको उसी रिश्ते के साथ एक और जोड़ी चुनने को कहा जाता है।
- सीरीज :- सीरीज प्रश्न में आपको दो आकृति की दी जाती है, जिसमे एक आकृति में आपको प्रॉब्लम दिखाई देगी और दूसरे में आपको उसी का हल। इस तरह के प्रश्न में जो पहले भाग में प्रॉब्लम दी होती, जिसमे आकृति चला करती है, कह सकते है कि रोटेट हुआ करती है, उसी के अनुसार आखिरी रोटेशन में वह आकृति कैसी दिखाई देगी आपको हल वाले आकृति में उस आकृति को चुनना है।
- क्लासिफिकेशन :- क्लासिफिकेशन प्रश्न में आपको एक आकृति का सेट दिया होगा, जिसमे चार आकृति बानी होंगी, इन चार में उस अलग आकृति को चुनना है, तो दी गयी सभी चार आकृतियों से अलग है।
- कम्पलीट ऑफ़ इन्कम्प्लीट पैटर्न:- कम्पलीट ऑफ़ इन्कम्प्लीट ऑफ़ पैटर्न प्रश्न में दो आकृति की जोड़ी होती है, पहली प्रॉब्लम और दूसरी में उसी का हल। पहली प्रॉब्लम की आकृति में एक आकृति दी हुई होती है ,जो की अधूरी होती है, इस अधूरी आकृति को पूर्ण करने के लिए आपको हल वाली आकृति से सही आकृति चुनना होगा, ताकि प्रॉब्लम का हल हो सके।
- स्पॉटिंग आउट एम्बेडेड फिगर :- स्पॉटिंग आउट एम्बेडेड फिगर प्रश्न में दो आकृति की जोड़ी होती है, जिसमे पहली प्रॉब्लम और दूसरी हल की होती है। प्रॉब्लम वाली आकृति को आपको हल वाली आकृति में ढूढ़ना होता है।
- मिरर एंड वाटर इमेज :- मिरर एंड वाटर इमेज वाले प्रश्न मे एक शब्द दिया होता है, उसी शब्द को यदि शीशे या पानी में देखा जाये ,तो कैसा दिखेगा, उसके लिए आपको चार विकल्प दिए जाते है। इन चार विकल्प में सही शब्द चुनना होता है।
- क्यूब एंड डाइस :- क्यूब प्रश्न में प्रश्न कुछ इस प्रकार से होता है, एक क्यूब जिसके दो अगल साइड रंगे हुए है, और 64 भागो में सामान काट दिया जाता है। कितने छोटे क्यूब बिलकुल रंगे नहीं होते है। विकल्प चार दिए होने सही आपको चुनना है।
2. बर्बल रीजनिंग
- स्पेलिंग टेस्ट
- सेंटेंस कम्पलीट
- सिनोनीम एंड अन्टोनीम
- एनोलॉजी
- वर्बल डिडक्शन्स
- डायरेक्शन सेंस टेस्ट
- क्लासिफिकेशन
- सीरीज
- सिटींग अरेंजमेंट
- ब्लड रेलशन
- पजल
- लॉजिकल वेन डाइग्राम
- रैंकिंग
3.पिक्चर परसेप्शन एंड डिस्कशन टेस्ट (PP & DT):- पिक्चर परसेप्शन डिस्कशन टेस्ट परिभाषित किया जाये, तो इसमें एक हलकी धुंधली छाया चित्र दिखाई जाती है, चित्र में दिख रहे हर एक वस्तु व व्यक्ति को शामिल कर एक छोटी से कहानी लिखनी होती है।
- एसएसबी इंटरव्यू के समय PP & DT टेस्ट में सभी उम्मीदवारों को एक धुंधला चित्र 30 सेकंड के लिए दिखाया जायेगा।
- चित्र में दिख रहे व्यक्ति का विवरण लिखना होगा, जिसके लिए 1 मिनट समय दिया जायेगा। व्यक्ति का विवरण, उसकी उम्र, लिंग व मनोदशा को लिखना होगा।
- उम्मीदवारों के सामने चल रही स्क्रीन को बंद कर दिया जायेगा और उस चित्र के अनुसार कहानी लिखने 1 मिनट समय दिया जायेगा।
- कहानी लिखने के बाद उम्मीदवारों के द्वारा बने समूह के मध्य उनके द्वारा लिखी उसी कहानी के ऊपर डिस्कशन होगा।
- थीमेटिक ऍपेरेप्शन टेस्ट (TAT ):- थीमेटिक ऍपेरेप्शन टेस्ट को परिभाषित किया जाये तो इसमें एक साफ छायाचित्र 30 सेकंड के लिए दिखाया जायेगा, उस छायाचित्र में दिख रहे विवरण के अनुसार 4 मिनट के भीतर एक कहानी लिखनी होती है और कहानी ऐसी हो जिसका कोई अर्थ निकलता हो।
- वर्ड एसोसिएशन टेस्ट (WAT):- वर्ड एसोसिएशन टेस्ट को परिभाषित किया जाये तो इसमें शब्दों के अनुसार एक अर्थपूर्ण वाक्य (sentence) बनाना होता है, जिससे की उम्मीदवारों के लिखने के विचार को समझा जाएं।
- उम्मीदवारों के सामने स्क्रीन में एक एक कर कुल 60 शब्द दिखाए जाते है।, एक शब्द के साथ अर्थपूर्ण वाक्य लिखने के लिए 15 सेकंड दिए जाते है।
- सिचुएशन रिएक्शन टेस्ट (SAT):- सिचुएशन रिएक्शन टेस्ट को परिभाषित किया जाये तो इसमें एक सिचुएशन दी जाती है और पूछा जाता है कि उसी के अनुसार यदि आपके सामने वही सिचुएशन हो, तो आप उसे कैसे हल करेंगे, इसी करने की प्रक्रिया को लिखना होता है। जो आप लिखेंगे वह अर्थपूर्ण होना चाहिए, काल्पनिक नहीं होनी चाहिए।
- कुल 60 सिचुएशन रहेगी जिसको की 30 मिनट के भीतर उन्ही के आधार पर उम्मीदवारों को उनके हल लिखने होते हैं।
- सेल्फ डिस्क्रिप्शन टेस्ट (SDT):- सेल्फ डिस्क्रिप्शन टेस्ट को परिभाषित करे, तो इसमें उम्मीदवारों को अपने बारे में बताना होता है।
- ग्रुप डिस्कशन (GD ):- ग्रुप डिस्कशन को परिभाषित करे, तो इसमें एक विषय पर समूह के साथ चर्चा करनी होती है, हर एक उम्मीदवार को अपनी बात कहने का अवसर मिलता है।
- ग्रुप प्लानिंग एक्सरसाइज (GPE):- ग्रुप प्लानिंग एक्सरसाइज को परिभाषित करे, तो इसमें एक समस्या दी जाती है, जिसका हल उम्मीदवारों को ग्रुप के साथ प्लान करके के समस्या का समाधान करना होता है।
- प्रोग्रेसिव ग्रुप टास्क (PGT):- प्रोग्रेसिव ग्रुप टास्क को परिभाषित करे, तो इसमें एक बाधा दी गयी होती है, जो की एक बिंदु से शुरू होती और आखरी बिंदु पर समाप्त होती है। इन बाधाओं को पार करने के लिए उम्मीदवारों को कुछ आवश्यक सामग्री दी जाती है, जिसके सहारे इस बाधा को पार करना होता है, ये सामग्री निम्नलिखित है-
- रस्सी
- बल्ली
- पटरा।
- ग्रुप ओब्स्टेकल रेस (GOR):- ग्रुप ओब्स्टेकल रेस को परिभाषित किया जाये, तो इसमें एक बाधा को ग्रुप के साथ दौड़कर पार करनी होती है। इस दौड़ के कुछ अपने नियम होते है, जिनका पालन सभी ग्रुप के उम्मीदवारों को करना होता है। इस दौड़ में यदि उम्मीदवार या ग्रुप इस दौड़ के किसी भी नियम का उल्लंघन करेगा, तो सजा पुरे ग्रुप को भुगतनी होगी, जिसमे कुल 6 बाधाएं होती, जो ग्रुप इन 6 बाधाओं को पहले पार करेगा वही ग्रुप इस दौड़ को जीतेगा।
- बाधाएं जो निम्नलिखित हैं-
- रैंप एंड जम्प।
- स्नेक जम्प।
- स्पाइडर वेब।
- डबल वाल एंड बल्ली।
- हाई वाल।
- रैंप एंड स्लाइड।
12. हाफ ग्रुप टास्क (HGT):- हाफ ग्रुप टास्क को परिभाषित किया जाये, तो यह प्रोग्रेसिव ग्रुप टास्क से बहुत मिलता जुलता है। इस टास्क में ग्रुप दो बराबर हिस्सों में विभाजित किया जाता है। इन दोनों ग्रुप को एक सामान ही टास्क पूरा करने को दिया जाता है। इस टास्क का मुख्य उद्देश्य उन उम्मीदवारों को एक अवसर देना होता है जो यह सोच रहे थे कि उन्होंने प्रोग्रेसिव ग्रुप टास्क में अपना सर्वश्रेष्ट देने में सक्षम नहीं थे।
- इस टास्क को पूरा करने के लिए उमीदवारो को सामग्री दी जाती है, जिसके उपयोग से उमीदवार अपना ग्रुप टास्क पूरा करते है।
- यह सामग्री निम्न प्रकार से है-
- रस्सी।
- बल्ली।
- पटरा।
- टास्क पूरा करने के लिए 10 से 15 मिनट का समय दिया जाता है।
13. लेक्चररेट:- लेक्चररेट को परिभाषित करे, तो इसमें किसी एक विषय पर उम्मीदवारों को लेक्चर देना होता है। लेक्चर देने के लिए उम्मीदवार को हाल ही में घटी घटनाओ के बारे में ज्ञान व जानकारी का होना आवश्यक है। यह घटनाएं देश व विदेश से सम्बंधित हो सकती है, इस टेस्ट से यह मालूम किया जाता है कि सामाजिक मुद्दों पर उम्मीदवारों का ज्ञान व उनकी राय क्या है।
14 . इंडिविजुअल ओब्स्टेकल (IO):- इंडिविजुअल ऑब्स्टेकल को परिभाषित किया जाये, तो इसमें प्रत्येक उम्मीदवार को अकेले दी गयी एक बाधा को पार करना होता है।
- इस टेस्ट में कुल 10 बाधाएं होती है, जो की निम्न है-
- सिंगल रैंप।
- जम्प ओवर बार्बेड वायर्स।
- वाकिंग ओवर ज़िग-ज़ैग बीम।
- स्क्रीन जम।
- वाकिंग ओवर पैरेलल रोप।
- टार्ज़न स्विंग।
- डबल प्लेटफार्म जम्प।
- डबल डिच।
- कमांडो वाक।
- टाइगर लीप।
- कमांड टास्क (CT):- कमांड टास्क को परिभाषित किया जाये ,तो यह प्रोग्रेसिव ग्रुप टास्क और हाफ ग्रुप टास्क के ही सामान है। इसमें अंतर इतना है कि ग्रुप के प्रत्येक उम्मीदवार को ग्रुप लीड करने का अवसर दिया जाता है, वह उम्मीदवार जो लीडर है, वह ग्रुप में से 2 या 3 उम्मीदवार को चुनता है और लीडर उम्मीदवार को आदेश देता है की वह उसके कहे अनुसार बाधाओं को पार करे। यदि बाधा पार करने में कोई समस्या आती है ,तो ये उम्मीदवार अपने लीडर से समस्या का हल पूछेगें और ग्रुप के किसी उम्मीदवार से कोई बात नही करेंगे जब तक टास्क समाप्त नहीं होता।
- टास्क समाप्त करने के लिए आपको 10 से 15 मिनट का समय मिलेगा।
- फाइनल ग्रुप टास्क (FGT):- फाइनल ग्रुप टास्क में उम्मीदवारों को अपनी काबिलियत साबित करने का आखिरी मौका दिया जाता है । यह टास्क प्रोग्रेसिव ग्रुप टास्क व हाफ ग्रुप टास्क जैसा ही सामान होता है, बस अंतर इतना होता है कि इस टास्क में उम्मीदवारों को केवल एक ही बाधा को पार करना होता है। इस टास्क में क्षेत्र समनांतर रेखा से घिरा होता है, जिसे प्रारंभ रेखा व समापन रेखा कहा जाता है। दो रेखओं के बीच की ज़मीन उम्मीदवार व सामग्री दोनों लिए सीमा से बाहर है। इस बाध्य सीमा के बाहर कुछ समाग्री मौजूद होती है, इनका उपयोग कर सभी उम्मीदवार व सहायक सामग्री के साथ प्रारंभ रेखा से समापन रेखा तक पहुंचना होता है।
- टास्क समाप्त करने के लिए 15 से 20 मिनट का समय मिलता है।
Indian Army JAG Syllabus – JAG Training
जो उम्मीदवार SSB इंटरव्यू में सफल हो जाते हैं उनको अगले चरण यानी कि उम्मीदवारों को ट्रेनिंग के लिए OTA चेन्नई भेज दिया जाता है, जहां पर उन्हें 49 सप्ताह की ट्रेनिंग पूरी करनी होती है, जो CDS के द्वारा कराई जाती है।
उसके बाद उम्मीदवारों को आर्मी JAG में नियुक्त दे दी जाती है, चुने गए उम्मीदवारों को ट्रेनिंग के समय में सरकार के द्वारा स्पेंड भी दिया जाता है या स्पेंड लगभग 56 हजार 100 रुपए प्रति महीना होता है जैसे ही आपकी ट्रेनिंग खत्म होती है आपकी यह सैलरी बढ़कर लगभग 70,000 रुपये कर दी जाती है|
Indian Army JAG Syllabus सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
नहीं,JAG पद पर चयन मेरिट और शॉर्टलिस्ट के आधार पर किया जाता है।
हाँ, आर्मी JAG पद की परीक्षा में इंटरव्यू होता है।
JAG पद पर भर्ती होने के लिए कुल 3 चरणों से गुजरना होगा-
चरण 1: उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग
चरण 2: एसएसबी इंटरव्यू
चरण 3: मेडिकल
आर्मी JAG परीक्षा में उम्मीदवारों के LLB के न्यूनतम और अधिकत्तम अंको को देखकर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है।
उम्मीदवार के एलएलबी में कम से कम 55% अंक होने चाहिए।
हाँ, इस पद के लिए महिला और पुरुष दोनों आवेदन कर सकतें हैं।
JAG पद का इंटरव्यू कुल 5 दिनों तक चलता है।
CDS के द्वारा JAG पद की ट्रेनिंग कराई जाती है।
यदि आप किसी भी सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहें है और सभी प्रकार की सरकारी नौकरी की जानकारी सबसे पहले प्राप्त करना चाहतें हैं, तो sarkariexamup पर विजिट करते रहें।