jameen ki registry kaise dekhen 2023 : यदि आप किसी जमीन को खरीदते हैं तो उसे पूर्णतया अपने नाम पर दर्ज कराने के लिए आपको जमीन की रजिस्ट्री करवानी होती है। सामान्यतः व्यक्ति को यह मालूम नही होता कि जमीन की रजिस्ट्री में कितना खर्च आता है? जमीन की रजिस्ट्री का खर्च उस जमीन के परिमाप पर निर्भर करता है। आम तौर पर जमीन की रजिस्ट्री के बारे में बहुत कम ही लोगों को ज्ञात होगा कि जमीन की रजिस्ट्री ऑनलाइन चेक कैसे करते हैं एवं जमीन का पट्टा क्या होता है।
आज आप ऑनलाइन माध्यम से जमीन की रजिस्ट्री की जानकारी उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों की जमीन की रजिस्ट्री की जानकारी घर बैठे आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से आपको जमीन की रजिस्ट्री का खर्च तथा Stamp duty in UP for agricultural land, Stamp duty on mortage deed in UP, जमीन की रजिस्ट्री ऑनलाइन चेक जैसी अन्य जानकारी को उपलब्ध कराएंगे और साथ ही आप अन्य राज्यों के भी जमीन रजिस्ट्री जैसे कि जमीन की रजिस्ट्री ऑनलाइन चेक बिहार, जमीन की रजिस्ट्री ऑनलाइन चेक मध्य प्रदेश की भी जानकारी इस लेख के माध्यम से प्राप्त होंगी।
जमीन की रजिस्ट्री (Jameen ki registri) में कितना खर्चा आता है?
भूमि की रजिस्ट्री करने के लिए सरकार द्वारा रजिस्ट्री का खर्च अलग-अलग जमीन के लिए अलग अलग होता है। जब कभी भी आप किसी जमीन को खरीदते हैं तो सरकार द्वारा उस जमीन को भूलेख में दर्ज करा दिया जाता है और आपको मालिकाना हक Stamp Duty कराने के बाद ही प्राप्त होता है।
जैसा कि आपको मालूम ही होगा कि भूमि की कीमत को सरकार द्वारा तय किया जाता है। Stamp duty या रजिस्ट्री का खर्च उस जमीन का 4% से 8% तक होता है किंतु जमीन के स्थान पर भी निर्भर करता है। इसके अलावा यदि आप जमीन की रजिस्ट्री (jameen ki registri) शहर में करवाते हैं तो गांव की अपेक्षाकृत ज्यादा Stamp Duty लगता है।
कौन सी जमीन पर रजिस्ट्री (Jameen ki registri) कराने का कितना खर्च आता है?
जैसा कि आपको उपर लेख में बताया गया है कि भूमि की रजिस्ट्री का रेट अलग-अलग हो सकता है, उसी संदर्भ में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।
- यदि आप उत्तर प्रदेश के निवासी हो और खेती के लिए जमीन को खरीदना चाहते हैं तो Stamp Duty उत्तर प्रदेश में 4% है।
- शहर में यदि घर या बिजनेस के लिए जमीन लेना चाहते हैं तो यही stamp duty 7% हो जाती है।
- यदि गांव की जमीन को किसी महिला के नाम पर खरीदा जाता है तो रजिस्ट्री का खर्च जमीन के संपूर्ण मूल्य का सिर्फ 4% ही लगेगा।
- यदि शहर की किसी भी भूमि को किसी महिला के नाम पर रजिस्टर कराया जाता है तो Stamp Duty 7% से घट कर 6% हो जाती है।
जमीन की रजिस्ट्री कैसे करवाएं?
यदि आपको किसी जमीन की रजिस्ट्री (jameen ki registri) करवाना है तो नीचे दिए हुए अनुदेशों का पालन करें।
- सर्वप्रथम आप जिस भी भूमि की रजिस्ट्री कराने जा रहे हैं उसके पहले जमीन का मूल्य निर्धारित कर सरकारी मूल्य को पता करें।
- स्टांप ड्यूटी पेपर बनवाएं जो कि एक प्रमाण के रूप में कार्य करता है।
- तत्पश्चात आपको भूमि के क्रय, विक्रय से संबधित कागजात बनवाने होंगे। जिसपर खरीदने एवं बेचने वाले का नाम दर्ज होता है।
- आप को जमीन बेचने से जुड़े सभी कागजातों को लेकर रजिस्ट्रार के कार्यालय में जाना होगा। यहां पर जमीन बेचने वाले और खरीदने वाले व्यक्ति को मौजूद होना पड़ता है।
- साथ में दो अन्य व्यक्तियों को भी मौके पर रहना होता है जो गवाह की तरह कार्य करते हैं।
- इन सब अनुदेशों का पालन करने के बाद आप जमीन की रजिस्ट्री करवा सकते हैं।
jameen ki registry kaise dekhen से संबंधित महत्त्वपूर्ण FAQs
jameen ki registri कराने में उस भूमि के मूल्य का 4% से 8% तक का मूल्य लग जाता है।
भूमि की रजिस्ट्री कराने के लिए यदि सारे कागज सही हैं तो रजिस्ट्री 30 दिन के भीतर ही हो जाएगी।
जमीन की रजिस्ट्री करने के लिए क्रय विक्रय दोनों पक्षों के लोग मौजूद रहने चाहिए एवं सारे कागज तैयार रहने चाहिए एवं बाद में कोर्ट में जाकर वकील के साथ जमीन की रजिस्ट्री करवा सकते हैं।
igrsup.gov.in वेबसाइट पर जाकर सम्पत्ति विवरण विकल्प को चुनें ग्रामीण एवं शहरी सेलेक्ट करें एवं जिला, तहसील, गांव एवं खसरा चुनें और खाता विवरण को सेलेक्ट करें इसके बाद ऑनलाइन रजिस्ट्री चेक करें।